Sovereign Gold Bond Scheme: सरकार इस महीने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bonds) की एक किस्त जारी करेगी और फरवरी में एक अन्य किस्त जारी की जाएगी. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2023-24 सीरीज-3 इस महीने 18-22 दिसंबर को खुलेगी. इश्यू की तारीख 28 दिसंबर 2023 है. सीरीज-4 के लिए 12-16 फरवरी की तारीख तय है. इसकी इश्यू की तारीख 21 फरवरी 2024 है. सीरीज-1 19-23 जून के बीच और सीरीजी-2 11-15 सितंबर के बीच खुली थी.

कहां होगी Sovereign Gold Bonds की बिक्री?

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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bonds) शेड्यूल्ड कमर्शियल बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंकों, पेमेंट बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CCIL), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज जैसे, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BSE) के माध्यम से बेचे जाएंगे.

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कितना खरीद सकते हैं सोना

सॉवरेन स्वर्ण बांड स्कीम 2023-24 भारत सरकार की ओर से भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए जाएंगे. एसजीबी (SGBs) निवासी व्यक्तियों, हिन्‍दू अविभाजित परिवारों, ट्रस्ट, विश्‍वविद्यालयों, धर्मार्थ संस्‍थाओं को ही बेचे जाएंगे. इस योजना के तहत न्यूनतम 1 ग्राम सोने (Gold) में निवेश किया जा सकता है जबकि अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम तक की है.

8 साल की होगी मैच्योरिटी पीरियड

परंपरागत सोने की मांग कम करने और घरेलू बचत के एक हिस्से के तौर पर गोल्ड बॉन्ड (Gold Bonds) की बिक्री सबसे पहले नवंबर, 2015 में शुरू की गई थी. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bonds) की मैच्योरिटी पीरियड 8 साल की होगी लेकिन 5 साल पूरा होने पर इससे निकलने का विकल्प होगा. 

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कैसे तय होता है इश्यू प्राइस?

एसजीबी  (Sovereign Gold Bonds) की कीमत अभिदान की अवधि से पहले हफ्ते के अंतिम तीन वर्किंग डे के लिए इंडियन बुलियन एंड जूलर्स एसोसिएशन लि. (IBJA Ltd) द्वारा प्रकाशित 999 शुद्धता वाले सोने के सामान्‍य औसत के आधार पर भारतीय रुपए में तय किया जाएगा. 

ऑनलाइन पेमेंट पर 50 रुपये प्रति ग्राम छूट

ऑनलाइन आवेदन करने वालों और इसका भुगतान डिजिटल रूप में करने वालों के लिए गोल्ड बाॉन्ड (Gold Bonds) का इश्यू प्राइस 50 रुपए प्रति ग्राम कम होगा. एसजीबी के लिए भुगतान नकद भुगतान (अधिकतम 20,000 रुपए) या डिमांड ड्राफ्ट या चेक या इलेक्‍ट्रानिक बैंकिंग के जरिए होगा. एसजीबी जी एस अधिनियम, 2006 के तहत भारत सरकार स्‍टाक के रूप में जारी किए जाएंगे. निवेशकों को इसके लिए होल्‍डिंग सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा. ये बॉन्ड डीमैट रूप में ट्रांसफर होंगे.

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ब्‍याज दर

निवेशकों को निवेश के नॉमिनल वेल्यू पर 2.50% प्रति वर्ष की फिक्स्ड रेट पर अर्धवार्षिक रूप से देय होगा. एसजीबी (SGBs) को लोन के लिए कोलैटरल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. लोन टू वैल्यू (LTV) का रेश्यो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा समय-समय पर अधिदेशित साधारण गोल्ड लोन (Gold Loan) के बराबर निहित किया जाएगा.

केवाईसी डॉक्यूमेंटेशन

नो योर कस्टर (KYC) मानदंड वही होंगे जो फिजिकल गोल्ड की खरीद के हैं. केवाईसी दस्‍तावेज जैसे मतदाता पहचानपत्र, आधार कार्ड/पैन या टैन/पासपोर्ट जरूरी होंगे. प्रत्येक आवेदन के साथ आयकर विभाग और अन्य इकाइयों द्वारा जारी किया गया पैन नंबर लगा होना चाहिए. एसजीबी ट्रेडिंग के योग्य होंगे.

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टैक्स

इनकम टैक्स एक्ट, 1961 (1961 का 43) के प्रोविजन के अनुसार एसजीबी (SGBs) पर ब्‍याज टैक्सेबल होगा. किसी व्‍यक्‍ति को एसजीबी के रिडेम्पशन से मिले कैपिटल गेन टैक्स पर छूट दी गई है. बॉन्ड ट्रांसफर किए जाने पर किसी व्‍यक्‍ति को मिलने वाले लॉन्गटर्म कैपिटल गेन्स के लिए इंडेक्सेशन बेनिफिट्स दिए जाएंगे. 

कमीशन

रिसिविंग ऑफिस द्वारा एसजीबी (SGBs) के डिस्ट्रीब्यूशन के लिए कमीशन कुल सब्सक्रिप्शन राशि के 1 फीसदी की दर पर अदा किया जाएगा और रिसिविंग ऑफिस उनके द्वारा किए गए कारोबार के लिए एजेंट्स या सब एजेंट्स के साथ मिले कमीशन का 50 फीसदी भाग साझा करेंगे.