Free मिलते हैं लाखों के ये इंश्योरेंस कवर, चेक करें आपके पास हैं या नहीं
Free Life Insurance Plan: जब भी हम किसी तरह का इंश्योरेंस (लाइफ, मेडिकल, ट्रैवल या अन्य) पॉलिसी लेते हैं, उसका एक तय प्रीमियम तय समय पर देना होता है. लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी का सबसे अहम पहलू यह है कि अनहोनी होने पर पॉलिसीधारक के परिवार को फाइनेंशियल सपोर्ट मिलता है.
(Representational Image)
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Free Life Insurance Plan: जब भी हम किसी तरह का इंश्योरेंस (लाइफ, मेडिकल, ट्रैवल या अन्य) पॉलिसी लेते हैं, उसका एक तय प्रीमियम तय समय पर देना होता है. लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी का सबसे अहम पहलू यह है कि अनहोनी होने पर पॉलिसीधारक के परिवार को फाइनेंशियल सपोर्ट मिलता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि कुछ इंश्योरेंस कवर ऐसे हैं, जो फ्री (Free) में मिलते हैं और उसकी जानकारी आमतौर पर सभी को नहीं होती है. इनमें से कुछ कवर हमारे पास होते भी हैं. अमूमन इन्हें ऐड ऑन कवर कहते हैं. ये छोटे-छोटे इंश्योरेंस कवर अनहोनी के समय काफी मददगार होते हैं.
EDLI में 7 लाख तक कवर
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) में इनरोल कर्मचारी को लाइफ कवर यानी एक जीवन बीमा की भी सुविधा मिलती है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के सभी सब्सक्राइबर इंप्लॉइज डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम 1976 (EDLI) के तहत कवर होते हैं. इसमें एम्प्लॉयर यानी कंपनी की तरफ से एक मामूली रकम इस स्कीम में बतौर प्रीमियम दी जाती है. इसके तहत 2.5 लाख से 7 लाख रुपये का सम एश्योर्ड लाइफ इंश्योरेंस कवर ईपीएफओ सब्सक्राइबर्स को मिलता है. मैक्सिमम कवर 7 लाख रुपये का ही है.
EDLI स्कीम का क्लेम मेंबर इंप्लॉई के नॉमिनी की ओर से इंप्लॉई की बीमारी, दुर्घटना या स्वाभाविक मृत्यु होने पर किया जा सकता है. इसमें एकमुश्त भुगतान होता है. EDLI का फायदा अब उन कर्मचारियों के परिवार को भी मिलेगा, जिसने मृत्यु से ठीक पहले 12 महीनों के अंदर एक से अधिक कंपनियों में नौकरी की हो.
डेबिट/क्रेडिट कार्ड पर इंश्योरेंस
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सरकारी या प्राइवेट सेक्टर के लगभग सभी बैंक अपने डेबिट कार्ड पर अकाउंट होल्डर को इंश्योरेंस कवर देते हैं. इसमें अलग-अलग तरह के कवर होते हैं, जिसमें पर्सनल एक्सिडेट कवर, पर्चेज प्रोटेक्शन कवर और पर्मानेंट डिसएबिली कवर तक शामिल है. यह कवर 10 लाख रुपये तक होता है. दूसरी ओर, कस्टमर के क्रेडिट टाइप के आधार पर क्रेडिट कार्ड लिमिट और सर्विस प्रोवाइडर के ऑफर को ध्यान में रखते हुए क्रेडिट कार्ड पर भी इंश्योरेंस कवर मिलता है. क्रेडिट कार्ड पर आमतौर पर 4 तरह के कवरेज होते हैं, जिनमें एक्सीडेंट इंश्योरेंस, ट्रैवल इंश्योरेंस, क्रेडिट इंश्योरंस और पर्चेज इंश्योरेंस शामिल है. अलग-अलग बैंकों के क्रेडिट कार्ड पर कवरेज की लिमिट अलग-अलग है. इसमें यह जानना जरूरी है कि यह इंश्योरेंस कवर तभी मिलता है, जबकि क्रेडिट कार्ड एक्टिव हो.
SIP पर भी इंश्योरेंस कवर
शायद आपको यकीन न हो लेकिन कई फंड हाउस अपनी स्कीम में SIP पर भी इंश्योरेंस कवर देते हैं. कई कंपनियों के फंड पर लाइफ इंश्योरेंस कवर भी मिलता है. आमतौर पर इस प्रोडक्ट को एसआईपी प्लस इंश्योरेंस प्रोडक्ट (SIP plus Insurance products) कहते हैं. हर कंपनी अपने फंड के साथ अलग-अलग नाम से यह इंश्योरेंस कवर देती है. जैसेकि, आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल म्यूचुअल फंड का 'एसआईपी प्लस', आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड का सेंचुरी एसआईपी, पीजीआईएम इंडिया म्यूचअल फंड का स्मार्ट एसआईपी और निप्पान इंडिया का 'एसआईपी इंश्योर' प्लान है.
दरअसल, ये बंडल्ड फ्री लाइफ इंश्योरेंस प्लान है, जोकि एक तरह का ग्रुप इंश्योरेंस प्लान होता है. 18 से 51 साल तक की उम्र के निवेशक एसआईपी प्लस इंश्योरेंस स्कीम के लिए एलिजिबल होते हैं. हालांकि, इसमें कवरेज की उम्र अलग-अलग कंपनियों की अलग-अलग है. कुछ फंड पर यह कवरेज 60 साल की उम्र तक है. इसमें मैक्सिमम 50 लाख रुपये तक का लाइफ इंश्योरेंस कवर होता है.
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