Emergency Fund: आज के समय में आमदनी के साथ बचत करना बहुत जरूरी है. नौकरीपेशा हो या बिजनेसमैन सभी को अपनी इनकम का कुछ हिस्सा सेविंग के लिए जरूर बचाना चाहिए और इमरजेंसी फंड भी रखना जरूरी है. इमरजेंसी फंड आपके लिए एक सुरक्षा कवच की तरह है, जो फाइनेंशियल क्राइसेस में आपको बचाने के काम आ सकते हैं. इस फंड का इस्तेमाल आप कर्ज लेने से बचने के लिए कर सकते हैं. 

इमरजेंसी फंड क्या होता है?

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कई बार जीवन में ऐसा समय आता है जब हमें अचानक से पैसों की जरूरत पड़ जाती है. उस समय हम लोन का सहारा लेते हैं. इमरजेंसी फंड फाइनेंशियल  इमरजेंसी कि लिए तैयार किया जाता है. ये फंड आपको बीमारी, एक्सीडेंट, बिजनेस में घाटा, नौकरी चले जाने या हायर एजुकेशन में मदद करता है. 

इमरजेंसी फंड का सबसे खास फायदा यह है कि ये किसी व्यक्ति को फाइनेंशियल क्राइसेस में उधार लेने से बचाता है. कर्ज की वजह से न लोग सेविंग कर पाते हैं और न ही इनवेस्ट. इसलिए लिए इमरजेंसी फंड रखना जरुरी है.

कितना हो इमरजेंसी फंड

यह आपकी इनकम और आपके महीने के खर्चों पर डिपेंड करता है, लेकिन इमरजेंसी फंड कम से कम 6 महीने की इनकम के बराबर होना चाहिए. मान लें आपकी सैलरी 50,000 रुपये है और लगभग 35,000 रुपये महीने का खर्चा है. ऐसे में आपका इमरजेंसी फंड 2 से 3 लाख रुपये का होना चाहिए (6 से 9 महीने). ध्यान रखें कि यह फंड आपकी बचत और निवेश में नहीं शामिल होना चाहिए.

निवेश ऑप्शन से भी जमा कर सकते हैं फंड

इस बात का खास ख्याल रखें कि केवल पैसे को बैंक में जमा कर देने से यह आपकी परेशानी दूर नहीं कर सकता है. महंगाई लगातार बढ़ रही है. ऐसे में केवल बैंक के सेविंग अकाउंट में पैसे जमा करने से वह उस रेट में नहीं बढ़ेगे. इसलिए आप निवेश के अलग-अलग ऑप्शन्स ट्राई कर सकते हैं.यह ऑप्शन्स हैं लिक्विड म्युचुअल फंड, बैंक की एफडी और रेकरिंग डिपाजिट, पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम आदि में पैसे निवेश कर सकते हैं. इससे आपको बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाएगी. इसी के साथ ऐसे निवेश ऑप्शन को चुनें जिससे पैसे निकालने की प्रक्रिया आसान हो ताकि फंड इमरजेंसी में काम आ सकें. 

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