EPFO सब्सक्राइबर्स के लिए बड़ी खुशखबरी! शुरू हो गई नई सर्विस, घर बैठे मिल जाएगी ये सुविधा
Good news for EPFO subscribers! EPFO सब्सक्राइबर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है. सरकार ने सब्सक्राइबर्स के लिए एक नई सुविधा शुरू कर दी है. जिसका फायदा वे घर बैठे उठा सकते हैं.
Good news for EPFO subscribers! EPFO सब्सक्राइबर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है. सरकार ने सब्सक्राइबर्स के लिए एक नई सुविधा शुरू कर दी है. जिसका फायदा वे घर बैठे उठा सकते हैं. केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने EPFO खाताधारकों के लिये ई-पासबुक सुविधा (e-passbook facility) शुरू की. इस सर्विस के शुरू होने से अब ईपीएफओ मेम्बर अपने अकाउंट की डीटेल विस्तार से देख और समझ सकेंगे. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2023 में EPFO ने 14.38 लाख सब्सक्राइबर जोड़े हैं. भूपेंद्र यादव EPFO की सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (CBT) के चेयरमैन भी हैं.
भूपेंद्र यादव ने EPFO के 63 रिजनल ऑफिस में क्रेच (शिशु पालना केंद्रों) का उद्घाटन किय. ये केंद्र उन रिजनल ऑफिस में खोले गए हैं, जहां 100 से ज्यादा कर्मचारी हैं. इसके अलावा मंत्री ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में क्षेत्रीय कार्यालय के लिए आधारशिला रखी.
CBT की 233वीं बैठक में ईपीएफओ के 2022-23 के लिए संसोधित बजट और 2023-24 के लिए बजट अनुमान को भी मंजूरी दी. बोर्ड ने फिजिकल इंफ्रा को बढ़ाने के लिये 5 साल की योजना को मंजूरी दी. इसमें 2,200 करोड़ रुपये की लागत से भूमि की खरीद, भवन निर्माण और विशेष मरम्मत शामिल है. बयान के अनुसार, बोर्ड को हाई सैलरी पर पेंशन के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कम्प्लायंस की दिशा में उठाये गये कदमों के बारे में जानकारी दी.
2022-23 के लिए ब्याज दरें 8.15% तय
EPFO के बोर्ड CBT ने ब्याज दर को 8.10% से बढ़ाकर 8.15% कर दिया है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने वित्तवर्ष 2022-23 के लिए ब्याज दरें 8.15% तय की हैं. हालांकि, वित्त वर्ष 2018-19 के मुकाबले अब भी ब्याज दर कम है. उस वित्त वर्ष EPF सब्सक्राइबर्स को पीएफ अकाउंट पर 8.55% की दर से ब्याज मिलता था.
पिछले वित्त वर्ष के लिए सरकार ने 40 साल में सबसे कम ब्याज देने का फैसला किया गया था. 2021-22 के लिए 8.1% ब्याज तय किया गया था. इससे पहले ये 8.5% मिल रहा था. साल 1977-78 में ब्याज दर 8% थी. इसके बाद से हमेशा 8.25% से ऊपर ही रही. वित्त वर्ष 2018-19 में 8.65%, 2017-18 में 8.55%, 2016-17 में 8.65% और वित्त वर्ष 2015-16 में 8.8% ब्याज मिला था.
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