EPFO के नाम पर हो सकता है बड़ा फ्रॉड, नौकरीपेशा लोग गंभीरता से लें ये अलर्ट
EPFO Alert: EPF एक ऐसा अकाउंट है, जिसमें रिटायरमेंट तक धीरे-धीरे बड़ा कॉपर्स बन जाता है. हाल के दिनों में EPFO के नाम पर सब्सक्राइबर्स के फ्रॉड की कई मामले सामने आए हैं.
EPFO Alert: प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों के लिए भी रिटायरमेंट बेनेफिट स्कीम है. यह स्कीम इम्प्लॉइड प्रोविडेंट फंड (EPF) है. यह संगठित क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) इसे मैनेज करता है. ईपीएफ अकाउंट में इम्प्लॉई और एम्प्लायर यानी कंपनी दोनों की तरफ से कंट्रीब्यूशन होता है. यह कंट्रीब्यूशन बेसिक सैलरी प्लस महंगाई भत्ता का 12-12 फीसदी होता है. एम्प्लायर के कंट्रीब्यूशन का एक हिस्सा इम्प्लॉई पेंशन स्कीम (EPS) में जाता है. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए EPF पर सालाना 8.1 फीसदी ब्याज मिल रहा है. EPF एक ऐसा अकाउंट है, जिसमें रिटायरमेंट तक धीरे-धीरे बड़ा कॉपर्स बन जाता है. हाल के दिनों में EPFO के नाम पर सब्सक्राइबर्स के फ्रॉड की कई मामले सामने आए हैं.
EPFO ने हाल ही में ट्वीट कर बताया कि सोशल मीडिया, व्हाट्सऐप के जरिए जालसाज ईपीएफओ के नाम पैन, आधार, यूएएन, बैंक अकाउंट और ओटीपी जैसी जानकारी सब्सक्राइबर से मांगकर फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे जालसाजों से बचने की जरूरत है.
ट्वीट में कहा, ''EPFO कभी भी अपने सदस्यों से पर्सनल डीटेल जैसे आधार, पैन, UAN, बैंक खाता या OTP फोन या सोशल मीडिया पर साझा करने के लिए नहीं कहता है. किसी भी सर्विस के लिए ईपीएफओ कभी भी व्हाट्सऐप, सोशल मीडिया जैसे अन्य चैनल्स के जरिए कोई रकम जमा करने के लिए नहीं कहता है.'' ईपीएफओ ने कहा कि सब्सक्राइबर इस तरह के कॉल/मैसेज का कोई जवाब न दें.
EPF में एम्प्लॉयर का 3.67% होता है कंट्रीब्यूशन
EPF अकाउंट में इम्प्लॉई की बेसिक सैलरी और डियरनेस अलाउंस (महंगाई भत्ते) का 12 फीसदी जमा होता है. लेकिन, एम्प्लॉयर की 12 फीसदी की रकम दो हिस्सों में जमा होती है. एम्प्लॉयर के 12 फीसदी कंट्रीब्यूशन में से 8.33 फीसदी रकम इम्प्लॉई पेंशन अकाउंट (EPS) में जमा होती है और शेष 3.67 फीसदी रकम ही ईपीएफ अकाउंट में जाती है.