ड्राइवर, नौकर समेत स्‍वरोजगार (Self Employment) करने वाले लोगों के लिए अच्‍छी खबर है. मोदी सरकार इन लोगों का बुढ़ापा सेक्‍योर करने के लिए इन्‍हें PF के दायरे में लाने पर विचार कर रही है. सरकार का मानना है कि इससे लोगों का रिटायरमेंट बाद भविष्‍य सुरक्षित होगा.

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इकोनॉमिक टाइम्‍स की खबर की मानें तो लेबर मिनिस्‍ट्री इस दिशा में पहल कर रही है. मिनिस्‍ट्री ने इसके लिए इम्‍प्‍लॉई प्रोवि‍डेंट फंड (EPF) एक्‍ट में बदलाव करने फैसला किया है. एक्‍ट में बदलाव कर सरकार PF फंड में कटने वाले 12 प्रतिशत रकम की कटौती को घटा सकती है. 

Driver आ सकते हैं दायरे में

इस बदलाव के बाद ड्राइवर, सिक्‍योरिटी गार्ड की जॉब करने वाले लोगों को फायदा होगा. उन्‍हें PF के दायरे में लाया जा सकेगा. साथ ही सरकार उनकी सैलरी के हिसाब से PF कटौती का रेट तय कर पाएगी.

इम्‍प्‍लॉयर को भी मिल सकती है राहत

एक्‍ट में इम्‍प्‍लॉयर को भी अपना कांट्रिब्‍यूशन कम करने या नहीं करने की छूट दी जा सकती है. एक्‍ट में रिवीजन के मसौदे के मुताबिक पड़ताल के बाद मोदी सरकार एक नोटिफिकेशन की मदद से किसी भी तरह के पेशेवर के लिए अंशदान की दरों और उसके टाइम की जानकारी दे सकती है.

EPS से एकमुश्त पैसा निकालने को मिली मंजूरी

इससे पहले EPFO ने 6.3 लाख पेंशनर्स को राहत दी थी. बीते हफ्ते हैदराबाद में एक बैठक में EPFO ने कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत पेंशन की रकम में कुछ हिस्सा एक मुश्त लेने की व्यवस्था (कम्युटेशन) फिर से बहाल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी.

इस कदम से उन पेंशनर्स को लाभ पहुंचेगा, जिन्होंने कम्युटेशन व्यवस्था का विकल्प चुना और 2009 से पहले रिटायरमेंट पर एक मुश्त रकम पाई. EPFO ने 2009 में इस प्रावधान को वापस ले लिया.