EPFO net subscribers: देश में रोजगार को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. इस साल जनवरी में ईपीएफओ से 15.29 लाख नेट सब्सक्राइबर्स जुड़े. इनमें से 8.64 लाख नए मेंबर्स हैं. खास बात यह है कि इसमें 18 से 25 साल के आयु वर्ग की संख्या सबसे ज्यादा है. ईपीएफओ ने 20 मार्च, 2022 को लेटेस्ट पेरोल डाटा जारी किया. मंथली बेसिस पर देखें तो पिछले साल दिसंबर की तुलना में जनवरी में 2.69 लाख ज्यादा नेट सब्सक्राइबर्स इससे जुड़े हैं.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शामिल हुए 8.64 लाख नए मेंबर्स

इसमें लगभग 8.64 लाख नए सदस्य पहली बार ईपीएफ और एमपी एक्ट 1953 के सामाजिक सुरक्षा दायरे के तहत रजिस्टर्ड किए गए हैं. खास बात ये है कि लगभग 6.65 लाख नेट सब्सक्राइबर्स इससे निकले. लेकिन अंतिम निकासी विड्रॉल का ऑप्शन चुनने के बजाय उन्होंने ईपीएफओ के साथ अपनी सदस्यता जारी रखी. इसी के साथ वो फिर ईपीएफओ में शामिल हो गए. पेरोल डेटा से पता चलता है कि जुलाई, 2021 के बाद से एग्जिट करने वाले सदस्यों की संख्या में लगातार कमी हो रही है. 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

18-25 साल के आयु वर्ग से सबसे ज्यादा एनरोलमेंट

पेरोल डेटा से पता चलता है कि 18-25 साल के आयु वर्ग ने सबसे ज्यादा नेट एनरोलमेंट किया. जनवरी 2022 के दौरान इनकी संख्या 6.90 लाख थी, जो इस दौरान कुल शुद्ध ग्राहकों की संख्या का लगभग 45.11 फीसदी है. इसके बाद 29-35 साल के आयु वर्ग का स्थान आता है. जिनकी संख्या लगभग 3.23 लाख रही. आंकड़ों से पता चलता है कि पहली बार नौकरी करने वाले बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र के वर्कफोर्स में शामिल हो रहे हैं. इससे उनके आय की कैपिसिटी का भी पता चलता है.

ये राज्य रहे आगे

राज्यों के हिसाब से देखें तो महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक लगभग 9.33 लाख ग्राहकों को जोड़कर सबसे आगे रहें. जो कि है सभी एज ग्रुप में नेट पेरोल का लगभग 61 फीसदी है. जेंडर के लिहाज से पता चलता है कि जनवरी में लगभग 3.20 लाख महिलाएं इससे जुड़ी. इस महीन के दौरान उनका एनरोलमेंट कुल शुद्ध ग्राहकों की संख्या का लगभग 21 फीसदी है. दिसंबर, 2021 की तुलना में इसमें 57,722 शुद्ध नामांकन की वृद्धि हुई.