EPFO Alert! फोन या सोशल मीडिया पर शेयर की डीटेल्स तो पड़ेगा भारी, भूलकर न करें ये गलती
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने खाताधारकों को अलर्ट किया है. EPFO ने ट्वीट के जरिए चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया या फिर पर कॉन्फिडेंशियल डिटेल्स किसी के साथ शेयर ना करें.
दुनिया भर के देशों के साथ भारत में भी साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं. साइबर क्राइम करने वाले अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने की फिराक में रहते हैं. ऐसे में जरूरी है कि ट्रांजैक्शन करने समय पूरी सावधानी बरतें, नहीं तो एक छोटी सी गलती से आप अपनी जीवन भर की कमाई से हाथ धो सकते हैं. इसे लेकर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने खाताधारकों को अलर्ट किया है. EPFO ने ट्वीट के जरिए चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया या फिर पर कॉन्फिडेंशियल डिटेल्स किसी के साथ शेयर ना करें.
इन सावधानियों का रखें खास ध्यान
EPFO ने अपने ट्वीट में कहा है कि संगठन कभी भी लोगों से सोशल मीडिया या फिर फोन पर आधार नंबर, यूएन नंबर, पैन कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट नंबर से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता है और न ही कभी बैंक में कोई रकम जमा करने को कहता है. इसलिए साइबर क्राइम करने वाले अपराधियों से सावधान रहें. इसलिए हमेशा सावधानी रखें और कभी भी किसी अनजान व्यक्ति के साथ ये महत्वपूर्ण डिटेल शेयर न करें.
बैंक भी करते रहते हैं अलर्ट
अपने ग्राहकों को बैंक भी समय-समय पर इस बारे में अलर्ट करते रहते हैं कि उनकी तरफ से कोई भी कर्मचारी फोन, एसएमएस या ईमेल के जरिए खाताधारकों से उनके बैंक से जुड़ी कोई भी डिटेल्स नहीं मांगता है. इसलिए हमेशा ध्यान रखें कि एकाउंट नंबर, इंटरनेट बैंकिंग यूजर आईडी, पासवर्ड, CVV नंबर और ओटीपी किसी अनजान के साथ शेयर न करें.
फ्रॉड होने पर ऐसे दर्ज कराएं शिकायत
अगर आप किसी प्रकार के फ्रॉड के शिकार होते हैं या फिर आप किसी फेक मैसेज की शिकायत करना चाहते हैं तो आप श्रम मंत्रालय (Ministry of Labour and Employment) के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. जिसके बाद श्रम मंत्रालय EPFO को जरूरी कार्रवाई करने का आदेश देता है.
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आप EPFO के टोल फ्री नंबर पर सीधे भी शिकायत कर सकते हैं. EPFO का टोल फ्री नंबर 1800118005 है, जोकि सप्ताह के हर दिन 24 घंटे तक खुला रहता है. इसके अलावा आप EPFO के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे ट्विटर या फेसबुक के माध्यम से भी अपनी शिकायत कर सकते हैं. बता दें कि EPFO अपने 6 करोड़ सब्सक्राइबर्स को कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराता है. इसमें 12 लाख नियोक्ता और 65 लाख पेंशनर्स भी शामिल हैं.