कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के दायरे में आने वाले कर्मचारियों और पेंशनभोगियों ने न्यूनतम पेंशन 7,500 रुपये महीना करने की मांग की है. इसे लेकर पेंशनरों ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में रामलीला मैदान में रैली निकाली. यह रैली ईपीएस 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति (NAC) ने बुलाई थी.

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क्‍या रखी डिमांड

महंगाई भत्ते (Dearness Allowance, DA) के साथ बेसिक पेंशन 7500 रुपये महीना की जाए

पेंशनरों के पति या पत्नी को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं

EPS 95 के दायरे में नहीं आने वाले रिटायर कर्मचारियों को भी 5,000 रुपये मासिक पेंशन

NAC के मुताबिक बड़ी संख्‍या में पेंशनभोगियों ने शुक्रवार को दिल्ली के इंडिया गेट से प्रधानमंत्री कार्यालय तक जुलूस निकला और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह को मेमोरेंडम भी सौंपा. समिति के अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत (रिटायर) ने बयान में कहा कि हमने अपनी मांगों के समर्थन में रैली की. 

आपको बता दें कि EPS (कर्मचारी पेंशन योजना), 95 के तहत आने वाले कर्मचारियों के मूल वेतन का 12 प्रतिशत हिस्सा भविष्य निधि में जाता है. वहीं कंपनी के 12 प्रतिशत हिस्से में से 8.33 प्रतिशत कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है. इसके अलावा पेंशन कोष में सरकार भी 1.16 प्रतिशत का योगदान करती है.

राउत का दावा है कि 30-30 साल काम करने और EPS आधारित पेंशन मद में निरंतर योगदान करने के बाद भी कर्मचारियों को मासिक पेंशन के रूप में अधिकतम 2,500 रुपये ही मिल रहे हैं. इससे कर्मचारियों और उनके परिजनों का गुजर-बसर करना मुश्किल है.