सरकार ने डाक विभाग (Department of Posts) के अफसरों के प्रमोशन का रास्‍ता साफ कर दिया है. उन्‍हें मॉडीफाइड एर्श्‍योड कॅरियर प्रोग्रेशन स्‍कीम (MACPS) के तहत प्रमोशन मिलेगा. इस दायरे में 1 जनवरी 2016 के पहले 4800 ग्रेड पे वाले इंस्‍पेक्‍टर/असिस्‍टेंट सुप्रींटेंडेंट आएंगे. प्रमोशन के बाद उनकी सैलरी में करीब 6 हजार रुपए तक बढ़ोतरी होगी.

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एजी ऑफिस, ब्रदरहुड (प्रयागराज) के पूर्व महासचिव एचएस तिवारी ने बताया कि सरकार ने क्‍लैरिफिकेशन जारी कर साफ किया है कि इन अफसरों को प्रमोशन मिलना चाहिए. अभी इसका अंतिम आदेश नहीं जारी हुआ है. 7वें वेतन आयोग के तहत 4800 रुपए ग्रेड पे वाले अफसरों की बेसिक सैलरी प्रमोशन के बाद बढ़कर 56100 रुपए महीना हो जाएगी. साथ ही DA और TA भी बढ़ेगा. इस आदेश की कॉपी 'जी बिजनेस' के पास है.

क्‍या है MACPS

यह योजना 7वें वेतन आयोग के तहत लाई गई थी. इसके तहत ऐसे केंद्रीय कर्मचारियों का एनुअल अप्रेजल या इंक्रीमेंट नहीं होगा, जिनका प्रदर्शन अच्‍छा नहीं है.

क्‍या थी डिमांड

7वें वेतन आयोग के तहत MACPS के आने से क्‍लास थ्री और फोर्थ के कर्मचारियों को काफी नाराजगी थी. क्‍योंकि यह प्रमोशन व्‍यवस्‍था लागू होने से उन कर्मचारियों का प्रमोशन रुक गया था, जो अप टू द मार्क नहीं थे.

पहले प्रमोशन की व्‍यवस्‍था

हरिशंकर तिवारी ने बताया कि पहले 10, 20 और 30 साल पर कर्मचारियों को प्रमोशन अपने आप मिलता था. उस समय एश्‍योर्ड कॅरियर प्रोग्रेशन (ACP) योजना थी. 7वें वेतन आयोग में इसे बदलकर मॉडीफाइड एर्श्‍योड कॅरियर प्रोग्रेशन स्‍कीम यानि MACPS कर दिया गया.