यूपी में किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMC) और राम मनोहर लोहिया संस्‍थान (RML) के सैकड़ों डॉक्‍टरों और कर्मचारियों को सरकार ने 7वां वेतनमान के बराबर अलाउंस देने का प्रस्‍ताव मान लिया है. यूपी कैबिनेट की बैठक में तय हुआ कि जैसे पीजीआई के डॉक्टरों को 7वें वेतनमान के तहत भत्ते मिलते हैं, वैसे ही RML इंस्टिट्यूट और किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्‍टरों-कर्मचारियों को भी भत्ते मिलेंगे.

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4 हजार रुपए तक बढ़ेगी सैलरी

कर्मचारी नेताओं का कहना है कि जो अलाउंस बढ़ाए गए हैं, उनमें ट्रैवल, वाशिंग और नर्सिंग अलाउंस शामिल है. वहीं डॉक्‍टरों को NPA मिलना शुरू किया जा सकता है. इससे टेक्निकल अफसर स्‍तर के कर्मचारी की सैलरी में 3 से 4 हजार रुपए महीने का अंतर आएगा.

डॉक्‍टरों के NPA को मंजूरी

UP PMS (प्रोविन्शियल मेडिकल सर्विसेज) एसोसिएशन के पूर्व अध्‍यक्ष डॉ. अशोक यादव ने बताया कि PMS डॉक्‍टरों को सरकार ने पहले से ही 7वें वेतनमान के बराबर सैलरी देना शुरू कर दिया है. इस साल मार्च से 20 प्रतिशत नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (NPA) भी मिल रहा है. इसके साथ ही रिटायर डॉक्‍टरों को 9 अगस्‍त से NPA मिलने के लिए GO जारी हुआ है.

जनवरी में PGI में बढ़ी सैलरी

यूपी कैबिनेट ने इस साल जनवरी में PGI के डॉक्‍टरों को AIIMS के बराबर वेतन-भत्‍ता देने की बात मानी थी. AIIMS में पहले से 7वां वेतनमान लागू है. SGPGI के फैकल्‍टी फोरम के जनरल सेक्रेटरी प्रो. एमएस अंसारी के मुताबिक इस अस्‍पताल को 1983 में बनाया गया था. तभी से यह प्रीमियर मेडिकल संस्‍थान है. यहां ट्रेनिंग, टीचिंग, रिसर्च और इलाज AIIMS जैसा ही है.