रेलवे में इन तीन पदों का होगा मर्जर, भर्ती के लिए होगी एक परीक्षा, कर्मचारियों को नुकसान नहीं
रेलवे में अब तक टिकट चेकिंग स्टॉफ (TC), कॉमर्शियल क्लर्क (CC) और इंक्वायरी/रिजर्वेशन क्लर्क (ECRC) पदों के लिए अलग-अलग भर्तियां होती थीं. रेलवे ने इन सभी पदों का विलय कर एक कैडर बनाने का निर्णय लिया है
भारतीय रेलवे ने एक बहुत बड़ा बदलाव करने का निर्णय लिया है. रेलवे में अब तक टिकट चेकिंग स्टॉफ (TC), कॉमर्शियल क्लर्क (CC) और इंक्वायरी/रिजर्वेशन क्लर्क (ECRC) पदों के लिए अगल - अलग भर्तियां होती थीं. रेलवे ने इन सभी पदों का विलय कर एक कैडर बनाने का निर्णय लिया है. अब इन पदों के लिए एक ही परीक्षा आयोजित की जाएगी. 7th Pay Commission के सुझावों के तहत रेलवे ने यह निर्णय लिया है.
इन पदों का किया जाएगा मर्जर
रेलवे ने पाया कि वर्तमान समय में चेकिंग स्टॉफ (TC), कॉमर्शियल क्लर्क (CC) और इंक्वायरी/रिजर्वेशन क्लर्क (ECRC) पदों पर काम कर रहे कर्मियों में फील्ड स्तर पर काफी असमान्यताएं हैं. यदि पहले से इन पदों पर काम कर रहे कर्मियों के पदों का विलय होता है तो कर्मियों की प्रमोशन, सीनियरिटी आदि पर काफी प्रभाव पड़ेगा. ऐसे में रेलवे ने 22 फरवरी 2018 के बाद से इन पदों का विलय कर एक कैडर बना कर इसके तहत भर्ती करने की बात कही है.
पुराने कर्मियों पर नहीं होगा असर
रेलवे के दिल्ली मंडल के महामंत्री अनूप शर्मा ने बताया कि पहले से काम कर रहे कर्मियों जैसे काम कर रह हैं वैसे की काम करते रहेंगे. इन कर्मियों के लिए प्रमोशन, सीनियरिटी व अन्य व्यवस्थां पहले की तरह ही रहेंगी. ऐसे में कर्मियों को कोई नुकसान नहीं होगा. अब नए भर्ती होने वाले कर्मियों को एक कैडर बना कर भर्ती किया जाएगा. वहीं पहले से काम कर रहे कर्मी रिटायर होंगे तो उनकी जगह पर नई व्यवस्था के तहत भर्ती किए गए कर्मियों की नियुक्त होगी.
मर्जर से रेलवे को क्या होगा फायदा
चेकिंग स्टॉफ (TC), कॉमर्शियल क्लर्क (CC) और इंक्वायरी/रिजर्वेशन क्लर्क (ECRC) पदों के मर्जर के बाद इन पदों के तहत भर्ती होने वाले कर्मियों को टिकट चेकिंग, कॉमर्शियल क्लर्क या रिजर्वेशन क्लर्क किसी भी पद पर लगाया जा सकेगा ऐसे में रेलवे के पास विभिन्न पदों पर लगाने के लिए कई विकल्प होंगे. अब तक 1993 के पहले के भर्ती कॉमर्शियल क्लर्क जो पार्सल में काम कर रहे हों उन्हें टिकिंग बुकिंग के काम में लगाने में मुश्किल होती है. वहीं टिकट बुकिंग वाले को पार्सल में नहीं लगाया जा सकता. मर्जर के बाद यह मुश्किल खत्म हो जाएगी.
कोर्ट केस से मिलेगी राहत
कामर्शियल क्लर्क, टिकट चेकिंग क्लर्क और रिजर्वेशन क्लर्क के काम में कई तरह की समानता है. इसके बावजूद कई बार प्रमोशन, पोटिंग व सीनियरिटी को ले कर कई सारे मुकदमें कर्मियों की ओर से किए गए हैं. इन पदों के मर्जर के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी.
CAT को किया जाएगा सूचित
रेलवे की ओर से 7वें वेतन आयेाग के सुझावों के तहत कॉमर्शियल विभाग के इन पदों के मर्जर के निर्णय के बारे में जल्द ही केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण (CAT) को सूचित किया जाएगा. CAT से अनुमति मिलते ही इस निर्णय को लागू कर दिया जाएगा.