देश में एक लाख युवाओं को प्रशिक्षित करेगी ये संस्था, आसानी से मिलेगा रोजगार
मानकीय तकनीक में प्रशिक्षण देने वाली संस्था आईईईई ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की स्वयत्तशासी संस्था कॉमन सर्विस सेंटर के साथ एक करार किया है, जिसके तहत वह अपने ब्लेंडेड लर्निग प्रोग्राम, बीएलपी, सार्टिफिकेट प्रोग्राम के माध्यम से देश भर में एक लाख पेशेवर युवाओं को ट्रेनिंग देगी.
मानकीय तकनीक में प्रशिक्षण देने वाली संस्था आईईईई ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की स्वयत्तशासी संस्था कॉमन सर्विस सेंटर के साथ एक करार किया है, जिसके तहत वह अपने ब्लेंडेड लर्निग प्रोग्राम, बीएलपी, सार्टिफिकेट प्रोग्राम के माध्यम से देश भर में एक लाख पेशेवर युवाओं को ट्रेनिंग देगी.
देश भर में दी जाएगी युवाओं को ट्रेनिंग
योजना के तहत आईईईई (इंस्टीट्यूट आफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर्स) देश भर में कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से सरकार की डिजिटल योजना के अंतर्गत देश भर में युवाओं को ट्रेनिंग देगी. खासकर ये ट्रेनिंग डाटा नेटवर्क के प्रबंधन और इंटरनेट आफ थिंग्स में होंगी. इससे एक ओर जहां युवाओं को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे तो दूसरी ओर देश को डिजिटल कनेक्ट करने में भी सहायता मिलेगी.
आने वाली तकनीक में प्रशिक्षित होंगे युवा
आईईईई के सीनियर डायरेक्टर हरीश मैसूर ने कहा कि यह करार न केवल देश में युवाओं के लिए रोजगार का सृजन करेगा बल्कि डिजिटल अंतर को भी कम करेगा. इस कार्यक्रम के तहत हम देश भर में एक लाख युवाओं को आने वाली तकनीक में दक्ष बनाएंगे. इसमें इंटरनेट आफॅ थिंग्स के साथ ही वाई-फाई कम्युनिटी नेटवर्क संचालन का क्षेत्र भी शामिल है.
पेशेवर लोगों के अनुभवों का मिलेगा लाभ
आईईईई के सभी सार्टिफिकेट कार्यक्रम को इंडस्ट्री के साथ मिलकर तैयार करने के साथ ही उनका मूल्यांकन क्षेत्र के दक्ष लोगों से कराया गया है, जिससे युवाओं को इन कोर्स को करने के बाद रोजगार मिलने में सहायता हासिल हो. पेशेवर लोगों के अनुभव और दक्षता को इन कोर्स की विषयवस्तु में शामिल किया गया है, जिससे यह कोर्स ज्यादा प्रभावी बन पाएं.
टेनिंग के बाद किया जाएगा आंकलन
इन कोर्स में प्रवेश लेने वालों को ये कोर्स पूरी तरह से समझ आया है, यह आंकने के लिए प्रैक्टिस क्वीज, एप्लीकेशन मॉडयूल और डाटा एनालिटिक्स को लेकर भी वैज्ञानिक तरीके से अंकन किया जाता है. इससे अकादमिक या शैक्षिक ज्ञान के साथ ही इंडस्ट्री की जरूरत से संबंधित ज्ञान भी उन्हें मिलता है.
युवाओं के पास होंगे रोजगार के अधिक अवसर
कॉमन सर्विस सेंटर के सीईओ डा. दिनेश त्यागी ने कहा कि इस करार से आईईईई की पेशेवर दक्षता का लाभ देश के उन लाखों युवाओं को भी मिल पाएगा जो देश के दूर-दूराज के क्षेत्रों में रहते हैं क्योंकि वहां तक हमारी पहुंच है. ऐसे में ये छात्र हमारे माध्यम से इन कोर्स का लाभ हासिल कर पाएंगे. हमें उम्मीद है कि इन कोर्स को करने के बाद युवाओं के पास रोजगार के अधिक अवसर होंगे. वे इन कोर्स के माध्यम से बाजार के लिहाज से अपनी पेशेवर दक्षता को बढ़ाने में कामयाब होंगे.