विश्व श्रम संगठन (ILO) ने अपनी हाल ही में जारी की गई Global Wage Report 2018/19 रिपोर्ट में कहा है कि दक्षिण एशिया में वर्ष 2008 से 17 के बीच वास्तविक औसत वेतन सबसे अधिक भारत में बढ़ा है. रिपोर्ट के अनुसार तेज आर्थिक विकास के चलते लोगों वे वेतन में इस तरह की वृद्धि देखी गई है. रिपोर्ट में कहा गया है की 2006 से 17 के बीच समय के साथ चीन, भारत, थाईलैंड व वियतनाम में अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक आर्थिक विकास हुआ है.

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विश्व श्रम संगठन की रिपोर्ट में खुलासा

रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण एशिया में भारत में 2008 से 17 के बीच सबसे अधिक वेतन वृद्धि हुई जो लगभग 5.5 अंकों के साथ सबसे अधिक रही. वहीं भारत के बाद नेपाल में सबसे अधिक वेतन वृद्धि देखी गई जो लगभग 4.7 अंक पर थी. तीसरे नम्बर पर श्रीलंका रहा. रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान G20 देशों में सबसे अधिक मेक्सिको में वेतन वृद्धि देखी गई.

 

एशिया के अन्य देशों में नहीं रहे अच्छे हालात

रिपोर्ट में बताया गया कि दक्षिण अफ्रीका व ब्राजील में 2016 से औसत वेतन में वृद्धि होना शुरू हुई. जबकि वर्ष 2012 से 16 के बीच इन देशों में वेतन वृद्धि न के बराबर रही. वहीं ब्राजील में वर्ष 2015- 16 में औसत वेतन में कमी आई. वर्ष 2015 में रूस में औसत वेतन में भारी कमी देखी गई. इसका प्रमुख कारण तेल के दामों में गिरावट रही. तेल के दामों में सुधार के साथ ही यहां औसत वेतन में भी सुधार देखा गया.