अगर आपने 20 दिसंबर 2018 के बाद बैंकिंग संबंधी कार्य शेड्यूल किया है तो यह खबर आपके लिए जरूरी है. उस दौरान बैंक संबंधी कार्य निपटाने में आपको असुविधा हो सकती है. मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि 21 से 26 दिसंबर के बीच बैंक बंद रहेंगे या बैंकिंग कामकाज ठप रहेगा. बैंक यूनियन ने पहले ही 26 दिसंबर को हड़ताल का आह्वान कर रखा है. लेकिन कुछ बैंकरों ने 21 दिसंबर को भी हड़ताल की चेतावनी दी है. इससे क्रिसमस की छुट्टियों से पहले बैंकिंग कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो सकता है. 

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बैंकों में वेतन बढ़ोतरी की अलग है व्‍यवस्‍था

बैंक यूनियन के मुताबिक सरकारी कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के तहत सैलरी में इंक्रीमेंट मिला है. लेकिन बैंकों में अलग व्‍यवस्‍था है. हमारी वेतन बढ़ोतरी काफी समय से लटकी है. सरकार सिर्फ आश्‍वासन दे रही है. एनपीएस को खत्‍म करने की मांग भी रखी जाएगी.

इन दिनों बंद रह सकते हैं बैंक

ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्‍फेडरेशन (AIBOC) के मुताबिक 21 दिसंबर की हड़ताल केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में बुलाई गई है. 22 दिसंबर को चौथा शनिवार है और 23 दिसंबर को रविवार के कारण छुट्टी रहेगी. 24 दिसंबर को बैंक खुलेंगे लेकिन 26 दिसंबर की हड़ताल के कारण कामकाज ठप रहने की आशंका ज्‍यादा है. 25 दिसंबर को क्रिसमस है. फिर 26 दिसंबर को बैंक कर्मी वेतन बढ़ोतरी की मांग पर हड़ताल करेंगे. एसोसिएशन ने बैंक कर्मियों के वेतन में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की मांग रखी थी, जिसे सरकार ने ठुकरा दिया था. इसके खिलाफ बैंकर हड़ताल कर रहे हैं. 

बैंक विलय का है विरोध

बैंक कर्मी बैंक ऑफ बड़ोदा (BOB), देना बैंक और विजया बैंक के मर्जर का विरोध कर रहे हैं. बैंक कर्मचारी पहले भी कई बार हड़ताल की घोषणा कर चुके हैं, लेकिन ऐन मौके पर इसे टाल दिया गया. ऐसा सरकार के आश्‍वासन पर होता रहा है. एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने कहा कि हमारी मांग वेतन बढ़ोतरी के साथ ही बैंकों के विलय का विरोध करना है. बैंकों के विलय से बैंकरों की नौकरी जाने का खतरा है. इससे बड़े पैमाने पर बैंकरों का ट्रांसफर होगा.