रेलवे मिनिस्‍ट्री (Railway Ministry) ने कर्मचारियों के वेतन में बड़ी खामी पकड़ी है. इससे उन कर्मचारियों का भला होगा जो 1 जनवरी 2016 के पहले प्रमोशन पाए हैं. ये कर्मचारी हैं चीफ लोको इंस्‍पेक्‍टर्स. दरअसल, इन्‍हें 1 जनवरी 2016 के बाद भर्ती हुए जूनियर अफसरों से भी कम सैलरी मिल रही थी. रेलवे मिनिस्‍ट्री ने इस वेतन खामी को दूर करने का आदेश दिया है.
 
कम वेतन पा रहे थे जूनियर स्‍टाफ से
रेलवे मिनिस्‍ट्री के इस आदेश की कॉपी 'जी बिजनेस' के पास है. इसमें बताया गया है कि 1 जनवरी 2016 से पहले जिन लोको पायलट की तैनाती हुई थी. वे प्रमोशन पाने के बाद चीफ लोको इंस्‍पेक्‍टर बन गए थे. लेकिन उनका वेतन 1 जनवरी 2016 के बाद भर्ती लोको पायलट, जिनका प्रमोशन हो चुका है, से कम है.
 
सीनियर स्‍टाफ को इंक्रीमेंट
बोर्ड ने इसका कारण भी बताया है कि जूनियर स्‍टाफ को तो 7वें वेतन आयोग का लाभ मिला लेकिन पहले वाले इससे अछूते रह गए. इसलिए अब सीनियर की सैलरी बढ़ाई जाएगी. सूत्रों के मुताबिक इससे सीनियर स्‍टाफ की सैलरी में हजारों रुपए की बढ़ोतरी होगी.
 
हजारों रुपए का आएगा अंतर

7वें वेतन आयोग में लोको इंस्‍पेक्‍टर का पे मैट्रिक्‍स 74000 रुपए महीना तय हुआ था जबकि चीफ लोको इंस्‍पेक्‍टर का मैट्रिक्‍स 78000 रुपए तय हुआ था. वहीं लोको पायलट मेल/एक्‍सप्रेस का मैट्रिक्‍स 74000 रुपए महीना तय हुआ था. लोको पायलट पैंसजर/मोटरमैन की बेसिक 65000 रुपए थी.