7th Pay Commission के तहत घोषित ड्रेस अलाउंस रेल कर्मियों को जल्द ही मिलना शुरू हो जाएगा. रेलवे प्रशासन ने रेल कर्मियों को दिसम्बर के वेतन में पिछले दो वर्षों का ड्रेस अलाउंस देने की बात कही है. रेल कर्मी लम्बे समय से ड्रेस अलाउंस दिए जाने की मांग कर रहे थे जिसको ले कर सोमवार को रेलवे के दिल्ली मंडल के कर्मचारियों ने सोमवार को अधिकारियों का घिराव किया. इस जोरदार प्रदर्शन के बाद रेलवे प्रशासन ने ड्रेस अलाउंस दिए जाने के संबंध में आदेश जारी कर दिए. कर्मचारियों को आदेश की प्रति देने के साथ ही उन्हें बताया गया कि अगले महीने के वेतन में उनका ड्रेस अलाउंस जोड़ कर उनको दे दिया जाएगा. रेल कर्मचारी अपनी 47 सूत्रीय मांगों को ले कर काफी समय से आंदोलन कर रहे हैं. ऐसे में ड्रेस अलाउंस दिए जाने के आदेश जारी होने पर वे इसे बड़ी जीत मान रहे हैं

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में उठा था मुद्दा

शनिवार को नॉदर्न रेलवे मेन्यू यूनियन के दिल्ली मंडल की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में दो सालों से ड्रेस एलाउंस न मिलने का मुद्दा जोर- शोर से उठा था. बैठक में बताया गया कि 7th Pay Commission ने कर्मचारियों को बढ़ा वेतन भत्ता दिए जाने की घोषणा की थी. इस पर मंडल रेल प्रबंधक तक ने आदेश कर दिए थे. लेकिन अब तक यह भत्ता रेल कर्मियों को नहीं मिल का है. इसको ले कर रेल कर्मियों में काफी गुस्सा है.

वार्षिक आधार पर मिलता है ड्रेस अलाउंस

नार्दन रेलवे मेन्स यूनियन के दिल्ली मंडल के सचिव अनूप शर्मा ने बताया कि 7th Pay Commission की सिफारिश के तहत सामान्य रेल कर्मियों को 5000 और ट्रैफिक या रेल गाड़ियों के परिचालन से संबंधित काम करने वाले रेल कर्मियों को 10000 रुपये ड्रेस एलाउंस के तौर पर दिए जाने के आदेश हैं. लेकिन रेल कर्मियों को न तो 2017 का ड्रेस एलाउंस मिला था और न ही 2018 का. कर्मचारियों की ओर से घिराव किए जाने के बाद ड्रेस अलाउंस दिए जाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. ये कर्मचारियों की एक बड़ी जीत है.

 

ये हैं रेल कर्मचारियों की प्रमुख मांगें

रनिंग कर्मचारियों के रनिंग एलाउंस व अन्य भत्तों को 7 वें सेतन आयोग के तहत दिया जाए. वहीं अब तक के भत्तों का एरियर जल्द से जल्द दिया जाए.

 गुड्स गार्ड , सहायक लोको पायलट, लोको पायलट व गार्ड को अतिरिक्त भत्ते देते हुए उनके वेतनमान में सुधार किया जाए. साथ ही रेलवे गार्ड के पदनाम में जल्द से जल्द परिवर्तन किया जाए.

 तकनीशियन ग्रेड 2 को तकनीशियन ग्रेड 1 के साथ समाहित कर उच्च वेतनमान दिया जाए. ग्रुप सी के शीर्ष कर्मचारियों को ग्रुप बी का दर्जा दिया जाए. 4600 ग्रेड पे वाले कर्मियों के वेतन में सुधार कर उन्हें 4800 ग्रेड पे दिया जाए.

जिन श्रेणियों में कैडर रीस्ट्रैचर नहीं हुए हैं उनमें जल्द से जल्द कैडर की रीस्ट्रक्चरिंग की जाए.

रेलवे कॉलोनियों की दुर्दशा को जल्द ठीक किया जाए.