सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी BSNL के 2 लाख से अधिक पेंशनरों के लिए अच्‍छी खबर है. नए साल 2019 से पहले उनकी पेंशन बढ़ाने की फाइल वित्‍त मंत्रालय के पास भेज दी गई है. एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि दूरसंचार विभाग (DoT) ने BSNL कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने की मांग और पूर्व कर्मियों की पेंशन रिवीजन की मांग पर अलग-अलग फैसला लेने का निर्णय किया है. विभाग ने पेंशन रिवीजन की फाइल वित्‍त मंत्रालय को भेज दी है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

BSNL की ऑल यूनियंस एंड एसोसिएशन (AUAB) ने एक बयान जारी किया है. इसमें उसने कहा कि दूरसंचार राज्‍य मंत्री मनोज सिन्‍हा से बातचीत के बाद यह फैसला हुआ है. यह प्रस्‍ताव वित्‍त मंत्रालय के पास भेजा गया है. उसकी मंजूरी मिलने के बाद पूर्व BSNL कर्मचारियों की पेंशन रिवीजन का रास्‍ता साफ हो जाएगा.

बिजनेस टुडे की खबर के मुताबिक AUAB पहले से कहता रहा है कि पेंशन और मौजूदा स्‍टाफ की सैलरी बढ़ाने के बीच कोई तालमेल नहीं है. यूनियन की मांग है कि BSNL के मौजूदा स्‍टाफ का फिटमेंट फैक्‍टर बढ़ाकर 15% किया जाए. उन्‍होंने यह मांग 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्‍टर लागू होने के बाद ही शुरू कर दी थी. बीएसएनएल कर्मचारियों के लिए दूसरी और तीसरी पे रिवीजन समिति ने फिटमेंट फैक्‍टर बढ़ाने की सिफारिश की थी.

ये हैं प्रमुख मांगें

> 4जी स्‍पेक्‍ट्रम का आवंटन हो.

> बीएसएनएल के कर्मचारियों के लिए भी पेंशन कांट्रिब्‍यूशन सिस्‍टम लागू हो.

> 1 जनवरी 2017 से पेंशन रिवाइज की जाए. इसमें 7वें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्‍टर को शामिल किया जाए.

> बीएसएनएल कर्मचारियों का कहना है कि उनका फिटमेंट फैक्‍टर 32 प्रतिशत तक होना चाहिए.

> केंद्र सरकार के पेंशनरों को फिटमेंट फैक्‍टर के आधार पर ही 1 जनवरी 2016 से संशोधित पेंशन मिल रही है, ऐसा बीएसएनएल और एमटीएनएल के कर्मचारियों व पेंशनरों के साथ भी होना चाहिए.