Zika Virus: पुणे में फैला जीका वायरस का आतंक! सरकार ने सभी राज्यों के लिए जारी किया अलर्ट, जानें कैसे होगा बचाव
Zika cases in Maharashtra: महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में जीका वायरस के कुछ मामले सामने आने के बाद हेल्थ मिनिस्ट्री ने बुधवार को सभी राज्यों को परामर्श जारी कर देशभर में हालात पर कड़ी निगरानी बनाए रखने का निर्देश दिया.
(Source: Pexels)
(Source: Pexels)
Zika cases in Maharashtra: महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में जीका वायरस के कुछ मामले सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को सभी राज्यों को परामर्श जारी कर देशभर में हालात पर कड़ी निगरानी बनाए रखने का निर्देश दिया. राज्यों से आग्रह किया गया है कि वे गर्भवती महिलाओं की जीका वायरस जांच पर ध्यान केन्द्रित करें तथा संक्रमित पाई जाने वाली महिलाओं के भ्रूण के विकास की निगरानी करें.
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल द्वारा जारी परामर्श के अलावा, मंत्रालय ने स्वास्थ्य सुविधाओं से एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति का भी निर्देश दिया, जो एडीज मच्छरों से होने वाले संक्रमण की निगरानी करते हुए कार्रवाई करेगा.
2024 में दो जुलाई तक पुणे में जीका के छह और कोल्हापुर व संगमनेर में एक-एक मामला सामने आ चुका है.
क्या है जीका वायरस?
TRENDING NOW
6 शेयर तुरंत खरीद लें और इस शेयर को बेच दें; एक्सपर्ट ने निवेशकों को दी कमाई की स्ट्रैटेजी, नोट कर लें टारगेट और SL
इस कंपनी को मिला 2 लाख टन आलू सप्लाई का ऑर्डर, स्टॉक में लगा अपर सर्किट, 1 साल में 4975% दिया रिटर्न
जीका वायरस मच्छरों से फैलने वाली एक बीमारी है. एडीज एल्बोपिक्ट्स (Aedes albopictus) और एडीज इजिप्टी(aedes aegypti) से जीका वायरस फैलने का खतरा अधिक रहता है. इस बीमारी में मलेरिया (Malaria) और बुखार (fever) के मिले-झुले लक्षण दिखते हैं. इसके शुरुआती लक्षण में बुखार आना, त्वचा पर रैशेज, जोड़ों में दर्द होना, मांसपेशियों में दर्द होना, सिर में दर्द होना हैं. डब्ल्यूएचओ (WHO) के अनुसार, अब तक 86 देशों में मच्छरों से फैलने वाले जीका वायरस के मामलों की पुष्टि हो चुकी है. साल 1947 में पहली बार इस वायरस का पता चला था.
क्या है जीका वायरस के लक्षण
- बुखार
- त्वचा पर रैशेज
- जोड़ों में दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- सिर में दर्द
- उल्टी आना
इस वायरस से कैसे बचें?
जीका वायरस से बचाव के लिए फिलहाल कोई टीका भी नहीं है. ये दिन में काफी ज्यादा एक्टिव होते हैं लेकिन ये रात को भी काट सकते हैं. इसलिए मच्छरदानी में सोए. पूरी बाजू की शर्ट, फुल पैंट आदि पहनने से मच्छरों के काटने का खतरा कम होता है. मच्छर आमतौर पर स्थिर पानी में जन्म लेते हैं. सप्ताह में कम से कम एक बार घर के आसपास जमें पानी को साफ करें. घरों में कीटनाशक का प्रयोग करें. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं का ज्यादा ध्यान रखें.
मच्छरों से बचें
- इंसेक्ट रिपेलेंट का इस्तेमाल करें
- फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें
- खिड़की और दरवाजों पर जाली का इस्तेमाल करें.
- बिस्तर में मच्छरदानी लगाकर रखें
जीका वायरस से कैसे होगा बचाव
जीका वायरस इंसान में एक हफ्ते तक रहता है. अगर आपको वायरस का कोई लक्षण दिखते हैं तो तुरंत ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें और टेस्ट करवाएं. गर्भवती महिलाओं में अगर लक्षण दिखाई देता है तो उन्हें तुरंत अपनी जांच करवानी चाहिए. इस दौरान खूब तरल पदार्थ पीना चाहिए, जिसमें पानी, काफी और जूस आदि शामिल हैं. संक्रमित व्यक्ति को लक्षण दिखने के बाद करीब 3 सप्ताह तक लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. अनसेफ रिलेशन से बचें.
04:47 PM IST