Kanwar Yatra cancels: कोरोना महामारी (coronavirus) के कारण इस साल भी उत्तर प्रदेश सरकार (uttar pradesh) ने कांवड़ यात्रा ( Kanwar Yatra) को रद्द कर दिया है. राज्य सरकार (UP Government) और कांवड़ संघ के बीच इस विषय को लेकर लंबे समय तक चर्चा हुई, जिसके बाद कांवड़ यात्रा ( Kanwar Yatra) कैंसिल करने का फैसला लिया गया. देश में मौजूदा समय में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है, ऐसे में सरकार किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती है. 

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यूपी सरकार (UP Government) इस साल कांवड़ यात्रा ( Kanwar Yatra) कराने के पक्ष में थी. सरकार चाहती थी कि लोग कोविड प्रोटोकॉल के तहत यात्रा करें. लेकिन उत्तराखंड सरकार (Government of Uttarakhand) यूपी सरकार (UP Government) की इस बात से सहमत नहीं थी. उत्तराखंड सरकार (Government of Uttarakhand) ने दूसरे राज्य से आने वाले कांवड़ियों के राज्य में एंट्री पर पाबंदी लगा दी है. 

पिछले साल भी रद्द की गई थी कांवड़ यात्रा

इससे पहले पिछले साल भी कोरोना वायरस के कारण कांवड़ यात्रा को कावड़ संघ ने रद्द कर दिया था. कांवड़ यात्रा ( Kanwar Yatra) ले जाने वाले भक्तों को इस साल उम्मीद थी कि वह कांवड़ लेकर जा सकेंगे, लेकिन इस बार भी उन्हें निराश ही होना पड़ा है. सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के कहने पर इस विषय को लेकर  मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और डीजीपी मुकुल गोयल ने कांवड़ संघ से काफी देर तक चर्चा की, जिसके बाद इस यात्रा को कैंसिल करना ही बेहतर समझा गया. 

कोरोना की तीसरी लहर कभी भी दे सकती है दस्तक

कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव अब भले ही कम हो गया हो, लेकिन थर्ड वेव की चिंताएं अभी सरकार को परेशान कर रही है. विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि सितंबर तक कोरोना की तीसरी लहर अपने पीक पर होगी. ऐसे में सरकार कोई भी ऐसा फैसला नहीं लेना चाहती जिसके लिए उसे बाद अफसोस जाहिर करना पड़े. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कांवड़ संघ से इस यात्रा को कैंसिल करने की मांग की थी. 

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