UP Board Results 2024, Pass Percentage: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने शनिवार को 10वीं और 12वीं कक्षाओं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए हैं. हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में लड़कियों ने एक बार फिर सफलता का परचम फहराया है. 10वीं और 12वीं की परीक्षा में लड़कियां का पास फीसदी न सिर्फ लड़कों से अधिक है बल्कि हाईस्कूल की टॉपर्स लिस्ट में टॉप पांच में केवल लड़कियां हैं. शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डॉ महेंद्र देव ने बताया कि 10वीं की परीक्षा में सीतापुर जनपद की प्राची निगम ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया. 

UP Board Results 2024, Pass Percentage: 12वीं में 88 फीसदी, 10वीं में 93.40 फीसदी की लड़कियां हुई पास

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शिक्षा निदेशक ने बताया की 10वीं कक्षा के 89.55 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए, जबकि इंटरमीडिएट के 82.60 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए. 12वीं में 10,43,289 (77.78 प्रतिशत) लड़के पास हुए हैं. वहीं,9,82,778  (88.42 फीसदी) लड़कियां पास हुई हैं. लड़के और लड़की के बीच पास पर्सेंटेज में 10.64 फीसदी का अंतर है. हाईस्कूल परीक्षा की बात करें तो 10वीं क्लास में कुल 93.40 फीसदी लड़कियां पास हुई है. वहीं, लड़कों का पास प्रतिशत 86.05 फीसदी रहा है.  

UP Board Results 2024, Pass Percentage: टॉप तीन में पांच लड़कियां, तीन लड़कियों के आए 588 मार्क्स  

यूपी बोर्ड की 10वीं परीक्षा में सीतापुर जनपद की प्राची निगम ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. प्राची निगम ने 98.50 प्रतिशत अंक प्राप्त किया, जबकि फतेहपुर जनपद की दीपिका सोनकर ने 98.33 प्रतिशत अंक के साथ प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया. ANI से बातचीत में दीपिका सोनकर ने कहा कि उनका सपना आईआईटी में पढ़ना है.  तीसरे नंबर पर नविका सिंह, स्वाति सिंह और दीपांशी सेंगर ने संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रही हैं. तीनों के ही 588 मार्क्स आए हैं.  

UP Board Results 2024, Pass Percentage: 55 लाख से ज्यादा छात्रों ने कराया था पंजीकरण, तीन लाख 24 हजार स्टूडेंट्स ने छोड़ी परीक्षा

शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 55 लाख से ज्यादा छात्रों ने पंजीकरण कराया था. इसमें से 10वीं के 29,47,311 और 12वीं के 25,77,997 छात्र शामिल थे. 3,24,008 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी थी. शिक्षा निदेशक ने बताया कि परिषद ने 2024 की बोर्ड परीक्षाओं के साथ नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं. पहली बार रिकॉर्ड 12 कार्य दिवसों में परीक्षा संपन्न कराई गई और इतने ही दिनों में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य पूरा किया गया.