भारत में सीनियर सिटिजंस के बीच धार्मिक तीर्थयात्रा सदियों से लोकप्रिय रही है. अब मोदी सरकार ने उनकी इस यात्रा को यादगार बनाने की पहल की है. सरकार की कोशिश है कि उनकी इस तीर्थयात्रा को यादगार छुट्टियों में बदल दिया जाए. नई योजना के तहत सीनियर सिटिजंस अब क्रूज पर समंदर की लहरों पर हिलोरें खाते हुए घूमने के साथ तीर्थ स्थानों की यात्रा भी कर सकेंगे.

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केंद्रीय शिपिंग राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि जिन राज्यों में सीनियर सिटिजंस को मुफ्त में तीर्थयात्रा कराने की योजनाएं हैं, उनका मंत्रालय उन राज्यों से क्रूज के जरिए तीर्थयात्रा कराने के लिए कहेगा. इसके लिए शिपिंग मिनिस्ट्री इन राज्यों के साथ मिलकर काम करेगा. यात्रा की प्लानिंग और सीनियर सिटिजंस को शानदार अनुभव देने शिपिंग मिनिस्ट्री खासतौर से काम करेगी.

शिपिंग मिनिस्ट्री का मानना है कि इससे देश में क्रूज को लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी. सरकार पिछले कुछ साल से शिपिंग को लोकप्रिय बनाने पर खासतौर से ध्यान देर ही है. मनसुख मंडाविया ने कहा कि हमारे कुछ बड़े तीर्थ जैसे कि गुजरात में सोमनाथ, द्वारका और तमिलनाडु में रामेश्वरम समुद्र तट के पास हैं. ऐसे में सरकार चाहती है कि राज्य सरकारें इनकी तीर्थ यात्रा के लिए क्रूज का इस्तेमाल करें.

गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली और राजस्थान जैसे राज्यों में सीनियर सिटिजंस के लिए तीर्थयात्रा योजनाएं हैं. सरकार बस इसके परिवहन में क्रूज को बढ़ावा देना चाहती है. मंडाविया ने कहा कि सरकार क्रूज टूरिज्म के लिए एक नीति लाएगी.