दिल्ली सरकार दिवाली के पहले दिल्ली के लोगों को बड़ा तोहफा देने जा रही है. सरकार की ओर से रविवार को शाम 04 बजे सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन किया जाएगा. दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस पुल का उद्घाटन करेंगे. इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से उत्तरी और उत्तरपूर्वी दिल्ली के बीच यात्रा करने वालों को काफी कम समय लगेगा. वहीं वजीराबाद पुल पर भी जाम की समस्या लगभग समाप्त हो जाएगी. दिल्ली सरकार की ओर से इस ब्रिज को पर्यटन के लिहाज से भी विकसित किया गया है. इस ब्रिज पर काफी खूबसूरत लाइटिंग की गई है. इस लाइटिंग के चलते यह ब्रिज रात के समय काफी खूबसूरत  दिखता है. इस ब्रिज पर चार लिफ्ट लगाई गई हैं जिनकी कुल क्षमता 50 लोगों को ले जाने की है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बेहद आकर्षक होगा सिग्नेचर ब्रिज

दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार सिग्नेचर ब्रिज पर जाने के लिए लगाई गई लिफ्ट का परिचालन अगले दो महीने में शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि यह ब्रिज 154 मीटर ऊंचे ग्लास बॉक्स के साथ पर्यटक स्थल के रूप में कार्य करेगा जो पर्यटकों को शहर का ‘बर्ड्स-आई व्यू’ प्रदान करेगा. गौरतलब है कि हाल ही में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सिग्नेचर ब्रिज के निरीक्षण के कहा था कि यह ब्रिज एक पर्यटक स्थल होगा.

ब्रिज का काम पूरा होने में लग गए 11 साल

दिल्ली सरकार की ओर से सिग्नेचर ब्रिज का प्रस्ताव 2004 में लाया गया था. 2007 में इस प्रस्ताव को दिल्ली मंत्रिपरिषद की मंजूरी मिली थी. शुरूआत में अक्टूबर 2010 में दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के पहले इस ब्रिज को 1131 करोड़ रूपये की संशोधित लागत में पूर्ण होना था.

 

इस परियोजना की लागत 2015 में बढ़कर 1,594 करोड़ रूपये हो गई थी. खबरों के मुताबिक जब पहली बार इस ब्रिज को 1997 में प्रस्तावित किया गया था तब इसकी लागत 464 करोड़ रूपये आंकी गयी थी. यह ब्रिज वर्तमान में वजीराबाद पुल के वाहनों के बोझ को साझा करेगा.