Covid 19 Guidelines: गांवों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए सरकार ने जारी किए नए गाइडलाइन
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Sun, May 16, 2021 10:08 PM IST
Centre releases Covid-19 guidelines for rural areas: शहरों की तरह ही अब ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड -19 मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. केंद्र ने रविवार को वायरस की रोकथाम के लिए नए गाइडलाइन जारी किए. जिसमें सलाह दी गई कि पेरी-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम 30-बेड वाले कोविड केयर सेंटर की योजना बनाई जाए, जिसमें कॉमरेडिडिटी या एसिम्पटोमेटिक मामले हों हल्के मामले जहां होम आइसोलेशन संभव नहीं है.
Ministry of Health issues SOPs on COVID-19 containment & management in peri-urban, rural & tribal areas; lays focus on surveillance, screening, home and community based isolation and planning for health infrastructure for managing COVID at rural level among other measures pic.twitter.com/GJ8B7gVMWb
— ANI (@ANI) May 16, 2021
1/4
रिपोर्ट आने तक आइसोलेट रहेंगे मरीज
मंत्रालय ने कहा है कि मरीजों की रिपोर्ट आने तक उन्हें आइसोलेट रहने के लिए कहा जाना चाहिए. वहीं ऐसे बिना लक्षण वाले लोग जो कोविड मरीज से 6 फीट की दूरी पर बिना मास्क के यदि 15 मिनट तक संपर्क में आए हैं, तो उन्हें क्वारंटीन में रहना चाहिए. साथ ही आईसीएमआर प्रोटोकॉल के अनुसार उनके टेस्ट किए जाने चाहिए. गाइडलाइन में कॉन्टेक्ट ट्रैसिंग पर भी बात की गई है. इसके लिए इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलेंस प्रोग्राम्स (IDSP) की गाइडलाइन का पालन करने के लिए कहा गया है. वहीं कोरोना संक्रमित मरीज को यदि घर पर ही क्वारंटीन होने की अनुमति दी जाती है, तो इस सूरत में उन्हें मंत्रालय द्वारा जारी किए गए सभी प्रोटोकॉल का पालन करना होगा.
2/4
हर गांव में होगी निगरानी
स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों में कहा गया है कि आशा कार्यकर्ताओं द्वारा हर गांव में ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण समिति (VHSNC) की मदद से समय-समय पर इन्फ्लूएंजा जैसे - बुखार/वायरल इंफेक्शन/गंभीर श्वसन संक्रमण आदि के लिए निगरानी की जानी चाहिए. इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) से टेलीकंसल्टेशन के जरिए इन मामलों की तीव्रता जांचने के लिए कहा गया है. साथ ही जिन लोगों में ऑक्सीजन लेवल कम पाया जाता है या जिन लोगों को अन्य बीमारियां हैं, उन्हें जिला अस्पतालों या अन्य बड़े अस्पतालों में भेजने के लिए कहा गया है. साथ ही CHO को रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) करने के लिए प्रशिक्षित करने को भी कहा गया है.
TRENDING NOW
3/4