1 अप्रैल 2023 से मिलेगा 20% Ethanol वाला पेट्रोल-डीजल, जानिए क्या है सरकार का नया प्लान
सरकार देश में मौजूद Sedimentary Basin से इसका प्रोडक्शन बढ़ाएगी. देश में ईएनपी (Exploration and Production) 3.5 मिलियन SqKm क्षेत्र में है. ENP को 30 हजार स्क्वायर किलोमीटर से बढ़ाकर 60 हजार स्क्वायर किलोमीटर किया जाएगा.
Petrol-diesel with 20% ethanol: सरकार देश में इथेनॉल का प्रोडक्शन बढ़ाने और उसके इस्तेमाल को लेकर गंभीर है. इसी लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है. सूत्रों के मुताबिक, 1 अप्रैल, 2023 से चुनिंदा पेट्रोल पंप पर मिलेगा 20% Ethanol Blending वाला पेट्रोल-डीजल मिलेगा. खास बात ये है कि ब्लेंडिंग के लक्ष्य को सरकार pre pone यानी समय से पहले कर रही है. वहीं चीनी के अलावा अनाज और दूसरे वेस्ट से भी इथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा.
सरकार देश में मौजूद Sedimentary Basin से इसका प्रोडक्शन बढ़ाएगी. देश में ईएनपी (Exploration and Production) 3.5 मिलियन SqKm क्षेत्र में है. ENP को 30 हजार स्क्वायर किलोमीटर से बढ़ाकर 60 हजार स्क्वायर किलोमीटर किया जाएगा. वहीं ग्रीन हाइड्रोजन पर भी सरकार फोकस बढ़ाएगी.
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इथेनॉल प्रोजेक्टस को सैद्धांतिक मंजूरी
पिछले दिनों सरकार ने 46 इथेनॉल प्रोजेक्टस को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी. फूड और पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन विभाग ने इसको अप्रूव किया है. interest subvention स्कीम्स की नई विंडो के तहत इन सबको मंजूरी दी गई है. इन परियोजनाओं से देश में 260 करोड़ लीटर से ज्यादा अतिरिक्त एथेनॉल उत्पादन होने की उम्मीद है. आपको बता दें कि ये अप्रूवल 22 अप्रैल को नोटिफाई की गई नई विंडो के तहत दिया गया. इसके लिए प्रोजेक्ट्स के सभी प्रस्ताव करनेवाले nsws.gov.in के जरिए आवेदन कर सकते हैं.
क्या होगा फायदा?
2014 से पहले शीरा आधारित डिस्टिलरी की इथेनॉल आसवन (distillation) क्षमता सिर्फ 215 करोड़ लीटर थी. हालांकि, पिछले 7 वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा किए गए नीतिगत परिवर्तनों के कारण, शीरा आधारित डिस्टिलरी की क्षमता में डेढ़ गुना वृद्धि हुई. अभी अनाज आधारित डिस्टिलरी की क्षमता 569 करोड़ लीटर हो गई, जो 2013 में 206 करोड़ लीटर थी, जो 280 करोड़ लीटर की वृद्धि का सूचक है.