पाकिस्तानी कंपनी ने दिया था इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चंदा? पड़ताल में सामने आया ये सच
चुनाव आयोग ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दी गई चुनाव बॉन्ड की जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड की है. इसके बाद सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि पाकिस्तानी कंपनी ने भी चंदा दिया है. जानिए क्या है इस दावे की सच्चाई.
चुनाव आयोग ने गुरुवार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा इलेक्टोरेल बॉन्ड की डीटेल्स को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है. इसमें किन कंपनियों ने चंदा दिया है और किस पार्टी को कितना चंदा मिला है, इसकी सभी डीटेल्स हैं. दस्तावेज के मुताबिक हब पावर कंपनी ने साल 2019 में चंदा दिया इसके बाद सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ये पाकिस्तानी कंपनी है. हालांकि, पड़ताल में सामने आया है कि पाकिस्तानी कंपनी नहीं बल्कि भारतीय कंपनी है.
Hub Power Company Limited: दिल्ली में है ऑफिस, रेगुलर टैक्स पेयर है कंपनी
GST वेबसाइट के मुताबिक हब पावर कंपनी का ऑफिस दिल्ली के गांधी नगर में है. वहीं, इसका एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिस दिल्ली है. साल 2018 में कंपनी ने रजिस्ट्रेशन किया है. जीएसटी की वेबसाइट के मुताबिक कंपनी एक रेगुलर टैक्सपेयर है. कंपनी का प्रॉपराइटरशिप बिजनेस है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी ने 18 अप्रैल 2019 में राजनीतिक दल को 95 लाख रुपए का चंदा दिया है.
पाकिस्तान में भी है हब पावर कंपनी लिमिटेड, बिजली का करती है उत्पादन
आपको बता दें कि पाकिस्तान में भी हब पावर कंपनी लिमिटेड (HUBCO) नाम से कंपनी है. इसका बलोचिस्तान प्रांत के मौजा कुंड में प्लांट है. इसकी 3581MW बिजली प्रोडक्शन की क्षमता है. आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने बयान में कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 12 मार्च, 2024 को भारतीय चुनाव आयोग को चुनावी बॉन्ड से संबंधित डेटा दिया था. चुनाव आयोग ने आज डेटा अपलोड कर दिया है, इसकी वेबसाइट पर चुनावी बॉन्ड एसबीआई से "जैसा है जहां है के आधार पर" प्राप्त हुआ है.
इन कंपनियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को दिए हैं चंदे
चुनाव आयोग के मुताबिक ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड, पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, पीरामल इंटरप्राइज लिमिटेड, मुथूट फाइनेंस लिमिटेड, पेगासस प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड, वेदांता लिमिटेड, बजाज फाइनेंस लिमिटेड, भारती एयरटेल लिमिटेड, फिनोलेक्स केबल्स लिमिटेड, लक्ष्मी निवास मित्तल, Edelweiss हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, GHCL लिमिटेड, जिंदल पॉली फिल्म्स, आईटीसी लिमिटेड और वेदांत लिमिटेड ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को चंदा दिया है.