मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही बोट करंजा के उरण में पलट गई. इस हादसे में अब तक 12 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. वहीं 4 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. शुरुआती जानकारी के अनुसार, बताया जा रहा है कि नीलकमल नाम की बोट में 110 से भी ज्यादा लोग सवार थे. इनमें से 100 लोगों को बचा लिया गया है. नौसेना, जेएनपीटी, तटरक्षक बल, येलोगेट पुलिस स्टेशन की बोट और स्थानीय मछुआरों की मदद से घटनास्थल पर बचाव और राहत अभियान जारी है.

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नौसेना द्वारा तटरक्षक बल और मरीन पुलिस के साथ मिलकर बचाव प्रयास शुरू किया गया है. नौसेना की 11 नावें, समुद्री पुलिस की 3 नावें और तटरक्षक बल की 1 नाव क्षेत्र में हैं. इसके अलावा चार हेलीकॉप्टर भी बचाव कार्य में लगे हुए हैं. मौके पर एंबुलेंस भी मौजूद हैं. हादसे की वजह भी अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है. प्रशासन और बचाव दल इस मामले में तेजी से काम कर रहा है. यात्रियों को सुरक्षित निकालने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. गोताखोरों को भी समुद्र में उतारा गया है.

घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि बोट धीरे-धीरे पानी में डूब रही है. लोगों को लाइफ जैकेट पहनाकर दूसरी नावों में शिफ्ट किया जा रहा है. संयुक्त अभियान कमान (जेओसी) और बीएमसी के अनुसार, नौका (बोट) 'नीलकमल' अचानक लड़खड़ा गई और करंजा के उरण के पास पलट गई. अन्य नौकाओं से यात्रियों द्वारा खींचे गए इस हादसे के वीडियो में लोगों को मदद के लिए चिल्लाते, तैरने के लिए अपने हाथ-पैर फड़फड़ाते या अरब सागर के पानी में डूबने से अपने प्रियजनों को बचाने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है. लोगों की संख्या को लेते हुए नेवी की तरफ से भी कुछ आंकड़े जारी किए गए हैं.

राजनाथ सिंह ने जताया दुख

मुंबई में हुए हादसे पर राजनाथ सिंह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है- 'मुंबई हार्बर में यात्री नौका और भारतीय नौसेना के जहाज के बीच हुई टक्कर में हुई लोगों की मौत से दुखी हूं. नौसेना कर्मियों और नागरिकों सहित घायल कर्मियों को तत्काल चिकित्सा देखभाल मिल रही है. लोगों की मौत से दुखी परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं. लापता लोगों का पता लगाने के लिए भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल द्वारा व्यापक खोज और बचाव प्रयास जारी हैं, जिसमें कई संसाधन तैनात किए गए हैं.'