Maharashtra CM Oath Ceremony: मुंबई के आजाद मैदान में होगा शपथ ग्रहण, 40 हजार लोगों के जुटने की उम्मीद
CM Oath Ceremony in Maharashtra: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में होगा. इसके लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. कार्यक्रम में करीब 40 हजार लोगों के जुटने की उम्मीद है.
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के नाम पर अभी सस्पेंस बना हुआ है. महायुति के प्रचंड बहुमत हासिल करने बाद भी सीएम के नाम को लेकर बीते कई दिनों से मंथन जारी है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी जोरों पर है. समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में होगा. इसके लिए मुंबई के आजाद मैदान में मंच बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. वहीं मुंबई में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कारपोरेशन (बीएमसी) की ओर से पानी का छिड़काव किया जा रहा है.
पीएम मोदी से लेकर कई बड़े नेता होंगे शामिल
इस समारोह को भव्य बनाने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. कार्यक्रम में करीब 40 हजार लोगों के जुटने की उम्मीद है. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेता और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं. महायुति के घटक दलों के नेता तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज मंगलवार को आजाद मैदान जाएंगे.
देवेंद्र फड़णवीस हो सकते हैं अगले मुख्यमंत्री- सूत्र
सूत्रों के मुताबिक, माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में अगले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस होंगे. हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा बुधवार को विधायक दल की बैठक के बाद होगी. बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 132 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है. महायुति की बात करें तो भाजपा ने 132, शिवसेना ने 57, एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं महाविकास अघाड़ी में शिवसेना (यूबीटी) ने 20, कांग्रेस ने 16, एनसीपी (शरद पवार) ने 10 सीट पर जीत दर्ज की थी.
बुधवार को चुना जाएगा विधायक दल का नेता
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय रुपाणी मंगलवार को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पहुंच जाएंगे. वहीं, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को मुंबई पहुंचेगी. बुधवार को ही कि विधानसभा की विधि मंडल में भाजपा विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा. विधायक दल का नेता चुनने के बाद महायुति के नेता राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.