जल्द ही आपके किचन में रंग बिरंगे और सुंदर LPG gas cylinder  दिखाई देंगे. हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने बेहद खूबसूतर और सुरक्षित गैस सिलेंडर तैयार किए हैं. ये गैस सिलेंडर कंपोजिट फाइबर से बने हैं. ये गैस सिलेंडर 02 किलो, 05 किलो और 10 किलो गैस की क्षमता के साथ उपलब्ध होंगे. फाइबर से बने होने के चलते ये सिलेंडर काफी हलके होंगे और ऐसे में इनका परिवहन भी आसान होगा.

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इस सिलेंडर में होती है इतनी गैस

वर्तमान समय में हमारे घरों में प्रयोग होने वाले लोहे के सिलेंडरों में लगभग 14.2 किलो गैस होती है. लेकिन फाइबर से बने कंपोजिट सिलेंडर में अधिकतम 10 किलो गैस आएगी. खबरों के अनुसार नए फाइबर कंपोजिट सिलेंडरों के लिए ग्राहकों को अपने पुराने लोहे के सिलेंडर वापस करने के साथ ही एक मामूली शुल्क भी चुकाना पड़ सकता है. यह शुल्क लगभग 1000 रुपये हो सकता है.

एचपीसीएल को मिली मंजूरी

गौरतलब है कि इस फाइवर के कम्पोजिट सिलेंडर्स के लिए HPCL को पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय को मंजूरी मिल गई है. ये सिलेंडर खास फाइबर ग्लास टैक्नॉलिजी से बने होते के चलते न तो इसमें कभी धमाका होगा और न ही इसमें आग लगेगी.

फाइबर ग्लास टैक्नॉलिजी से बने हैं ये सिलेंडर

हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने फाइबर ग्लास टैक्नॉलिजी से बने इस खास सिलेंडरों को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पुणे और अहमदाबाद के कुछ हिस्सों में दिया गया था. यहां से बेहतर परिणाम होने के बाद जल्द ही इस तरह के सिलेंडर पूरे देश में उपलब्ध कराए जाने की तैयारी की जा रही है.

इन सिलेंडरों में जंग नहीं लगती

इन फाइबर ग्लास टैक्नॉलिजी से बने सिलेंडरों में जंग नहीं लगती. वहीं ये सिलेंडर अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से भी प्रोटेक्टेड हैं. ये सिलेंडर कुछ हिस्से में ट्रांस्पैरेंट हैं. ऐसे में सिलेंडर में कितनी गैस बची है ये भी देखा जा सकता है. ये खास सिलेंडर प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत भी उपलब्ध कराए जाएंगे. गौरतलब है कि इस योजना के तहत सरकार ने लगभग 10 करोड़ लोगों को कनेक्शन दिए गए हैं.