H1B Visa: अमेरिका में काम कर रहे हजारों भारतीय पेशेवरों को दिए जाने वाले H1B Visa पर उन्हें जबरदस्त खुशखबरी मिली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा (PM Modi US Visit) से जबरदस्त फैसला निकलकर आया है, जिससे हजारों भारतीयों को मदद मिलेगी. अमेरिका में बतौर प्रोफेशनल काम करने, खासकर आईटी सेक्टर में नौकरी करने के लिए भारतीयों को H1B Visa की जरूरत पड़ती और फिर इसे तीन सालों पर रीन्यू कराने के लिए उन्हें भारत आना पड़ता है, लेकिन अब बस वीज़ा रिन्यूअल  के लिए भारत आने का झंझट खत्म हो जाएगा. दरअसल, पीएम मोदी ने इसके लिए एक बड़ी घोषणा की है.

क्या है नया फैसला?

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वॉशिंगटन के रोनाल्ड रीगन सेंटर में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि "ये निर्णय लिया गया है कि अब एच1बी वीज़ा को रीन्यू कराने के लिए आपको अमेरिका से बाहर नहीं जाना पड़ेगा. अब इसे अमेरिका में ही रीन्यू कराया जा सकेगा. इसके लिए इसी साल एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा सकेगा. इसका बहुत बड़ा फायदा आईटी प्रोफेशनल्स को मिलेगा."

मोदी और Joe Biden के बीच बैठक से पहले हुई पहल

इसके पहले अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच गुरुवार को व्हाइट हाउस में होने वाली द्विपक्षीय बैठक से पहले यह पहल की गई. अधिकारी ने कहा कि अमेरिका ने पिछले वर्ष भारतीय छात्रों को सवा लाख वीजा जारी किया था, जो कि एक रिकार्ड है और पिछले वर्ष इस संख्या में 20 प्रतिशत वृद्धि होने के साथ अमेरिका में सर्वाधिक संख्या वाले विदेशी छात्र समुदाय बनने की दिशा में वे आगे बढ़ रहे हैं. बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘दूसरी चीज यह है कि अमेरिकी विदेश विभाग इस वर्ष के अंत में कुछ खास तरह के अस्थायी वर्क वीजा के अमेरिका में नवीनीकरण करने की शुरूआत करने वाला है. इसमें, एच-1 और एल वीजा धारकों की विस्तारित संख्या के लिए इसे लागू करने के इरादे के साथ भारतीय नागरिकों को भी शामिल किया जाएगा.’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘यह भारत में लोगों के लिए, अमेरिका में लोगों के लिए, हमारे कारोबारों के लिए सचमुच में अच्छा है.’’

क्या है H1B Visa?

एच-1बी वीजा एक अप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विशेषज्ञता वाले पेशों में विदेशी श्रमिकों को नियुक्त करने की अनुमति देता है.इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर वर्ष हजारों की संख्या में कर्मचारियों को अमेरिका बुलाने के लिए इस पर निर्भर है. बता दें कि 2004 तक, कुछ खास श्रेणियों के अप्रवासी वीजा, खासतौर पर एच-1बी, का अमेरिका के अंदर ही नवीनीकरण किया जा सकता था. इसके बाद, एच-1बी वीजा धारक विदेशी आईटी प्रोफेशनल्स को अपने पासपोर्ट पर एच-1बी की अवधि बढ़ाये जाने का मुहर लगवाने के लिए स्वदेश जाना पड़ता है. एच-1बी वीजा एक बार में तीन वर्ष की अवधि के लिए जारी किया जाता है.

(भाषा से इनपुट के साथ)

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