सार्वजनिक क्षेत्र की एनबीसीसी और मुंबई के सुरक्षा समूह ने दिवालिया एवं ऋण शोधन अक्षमता संहिता प्रक्रिया से गुजर रही जेपी इंफ्राटेक के अधिग्रहण और नोएडा में अटकी पड़ी परियोजनाओं को पूरा करने के लिये बोली लगायी हैं.

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फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि दोनों ने कितनी बोली लगायी है. एनबीसीसी चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अनूप कुमार मित्तल ने कहा कि कंपनी जेपी इंफ्राटेक के अधिग्रहण तथा उसकी अटकी पड़ी 20,000 आवासीय इकाइयों को पूरा करने को लेकर गंभीर है. 

उन्होंने बोली मूल्य के बारे में बताने से इनकार किया लेकिन कहा कि कंपनी ने जो समाधान योजना पेश की है, वह बैंक, मकान खरीदारों समेत सभी पक्षों के लिये लाभकारी है.

बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में एनबीसीसी ने कहा कि उसने अंतरिम समाधान पेशेवर अनुज जैन को बोली 15 फरवरी को सौंपी है. सूत्रों के अनुसार सुरक्षा समूह ने भी बोली लगायी है. हालांकि कोटक इनवेस्टमेंट और क्यूब हाईवे ने बोली जमा नहीं की है. कर्जदाताओं की समिति की 18 फरवरी को बैठक होगी जिसमें इस बोली पर विचार किया जाएगा.