पहली बार सरकारी अस्पताल में सर्जरी करेगा रोबोट, पहले 300 मरीजों को मिलेगी फ्री सर्जरी की सुविधा
मुंबई के KEM (KING EDWARD MEMORIAL HOSPITAL) सरकारी अस्पताल में पहली बार रोबोटिक आर्म की मदद से सर्जरी की जाएगी. पहले 300 मरीजों को रोबोटिक आर्म के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा.
मुंबई के KEM (KING EDWARD MEMORIAL HOSPITAL) सरकारी अस्पताल में पहली बार रोबोटिक आर्म की मदद से सर्जरी की जाएगी. मुंबई का सरकारी अस्पताल इस तरह की सर्जरी करने वाला भारत का सबसे पहला सरकारी अस्पताल बन जाएगा.
रोबोट की मदद से की जाएगी Knee रिप्लेसमेंट सर्जरी KEM हॉस्पिटल देश का पहला ऐसा सरकारी हॉस्पिटल होगा जहां रोबोट की मदद से किया जाएगा Knee रिप्लेसमेंट सर्जरी की जाएगी. अब तक इस रोबोट की मदद से कई रिप्लेसमेंट सर्जरी की जा चुकी है. यह रोबोट मरीजों के लिए बड़ा वरदान साबित होगा. पहले 300 लोगों को मिलेगी फ्री सर्जरी की सुविधा इस मरीज की मदद से करीब 300 मरीजों को फ्री सर्जरी की सुविधा मिलेगी. इस सर्जरी के लिए प्राइवेट अस्पताल में करीब 1 लाख रुपए तक के बिल भरने पड़ते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि मौजूदा समय में घुटने की सर्जरी से शुरुआत की है. रोबोट की मदद से होगी सर्जरी आसान रोबोट के जरिए ऑपरेशन के कई फायदा देखने को मिला है. जिनमे कम समय में सर्जरी, ब्लड लॉस में कमी और मरीजों को कम दर्द का सामना करने को मिला है. रोबोट की मदद से सर्जरी करना काफी आसान होगा. हड्डियों को काटना पूरी तरह से सर्जन की कुशलता पर निर्भर करता हैं लेकिन रोबोट की मदद से हड्डियों को सही तरह से काटना और ब्लड लॉस न होना दोनों ही समय से कुशलता पूर्वक हो जाता है. CSR फंडिंग के जरिए हॉस्पिटल को डोनेट किए गए मशीनआने वाले दिनों में इसके अन्य सॉफ्टवेयर हासिल कर के हॉस्पिटल कई अन्य बॉडी पार्ट्स के लिए किया जाएगा. इस रोबोट का इस्तेमाल आगे बढ़ते हुए हिप रिप्लेसमेंट के लिए भी किया जाएगा. रोबोटिक आर्म एक भारत में निर्मित उत्पाद है जिसकी लागत लगभग 5 करोड़ रुपये है जिसे कॉर्पोरेट फंडिंग के माध्यम से जुटाया गया था. सरकारी अस्पताल में CSR फंडिंग के जरिए हॉस्पिटल को मशीन डोनेट किए गए हैं. पहले 300 मरीजों को रोबोटिक आर्म के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा.