भारी बर्फबारी के बाद श्रीनगर के 90 फीसदी इलाकों और घाटी के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र में रविवार को बिजली की आपूर्ति बहाल हो गई. बीती रात भारी बर्फबारी से ट्रांसमिशन टावर क्षतिग्रस्त होने के कारण श्रीनगर व अन्य इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई थी और नगर का संपर्क शेष भारत से कट गया था. अधिकारियों ने बताया कि पूरी घाटी में बिजली की आपूर्ति ठप होने की अभूतपूर्व घटना के बाद श्रीनगर के 90 फीसदी और करीब 70 फीसदी ग्रामीण इलाकों में बिजली की आपूर्ति बहाल हो गई है.

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अगले कुछ घंटों में बहाल होगी बिजली व्यवस्था

कश्मीर के मुख्य अभियंता (इलेक्ट्रिक मेन्टेनेंस) हशमत काजी ने कहा कुछ घंटों में हर जगह बिजली की आपूर्ति बहाल हो जाएगी. उन्होंने कहा, "ट्रांसमिशन की खराबी के कारण बिजली की आपूर्ति शनिवार को सिर्फ 80 मेगावाट ही हो पाई. हम रविवार को 1,000 मेगावाट की आपूर्ति कर रहे हैं. हमें दक्षिण कश्मीर में दिक्कतें आ रही हैं जहां ट्रांसमिशन टावर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पूरी तरह स्थिति सामान्य बनाने में एक या दो दिन लगेंगे."

साल 2009 के बाद पहली बार हुई इतनी बर्फबारी

साल 2009 के बाद घाटी में नवंबर में पहली बार बर्फबारी हुई है. काजी ने कहा कि बिजली की आपूर्ति लाइनों पर पेड़ों की डालियां गिरने के चलते यह समस्या उत्पन्न हुई है. खराब दृश्ता के चलते शनिवार दोपहर से श्रीनगर हवाईअड्डे से सभी उड़ानों को रद्द करना पड़ा, जबकि जवाहर सुरंग क्षेत्र में भारी बर्फबारी के चलते श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग अवरुद्ध हो गया. बर्फबारी ने श्रीनगर-लेह राजमार्ग और मुगल रोड को भी बंद कर दिया है जो घाटी को लद्दाख क्षेत्र और जम्मू संभाग के राजौरी जिले से जोड़ता है. अंतर जिला परिवहन भी प्रभावित हुआ, क्योंकि सड़कों पर बर्फ होने के चलते फिसलन की स्थिति बन गई. अधिकारियों ने कहा कि मुगल रोड पर पीर की गली और श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के जवाहर सुरंग क्षेत्र में भारी बर्फबारी में फंसे करीब 500 लोगों को बचाया गया है.