EV खरीदने की है प्लानिंग, फेस्टिव सीजन के पहले मिल सकती है बड़ी खुशखबरी, सरकार ला रही है नई स्कीम
Electric Vehicle New Scheme: ज़ी बिजनेस को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, नवरात्रि से पहले ईवी कंपनियों के लिए अच्छी खबर आ सकती है. ऐसा बताया जा रहा है कि ईवी एडॉप्टेशन को बढ़ावा देने के लिए इसी महीने नई स्कीम को पेश किया जा सकता है.
Electric Vehicle New Scheme: भारत में अब फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है. आने वाले महीनों में एक से बढ़कर एक फेस्टिवल आने वाले हैं. सबसे पहले शुरुआत होगी नवरात्री के त्योहार से. 3 अक्टूबर से देश में नवरात्रि का त्योहार शुरू होने वाला है और इस फेस्टिवल से पहले इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों के लिए एक बड़ा ऐलान हो सकता है. ज़ी बिजनेस को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, नवरात्रि से पहले ईवी कंपनियों के लिए अच्छी खबर आ सकती है. ऐसा बताया जा रहा है कि ईवी एडॉप्टेशन को बढ़ावा देने के लिए इसी महीने नई स्कीम को पेश किया जा सकता है. हालांकि ये स्कीम FAME स्कीम से अलग होगी और इस बार नए नाम के साथ इस पॉलिसी को लॉन्च किया जा सकता है.
इसी महीने लॉन्च होगी नई स्कीम
जी बिजनेस को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, इसी महीने इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) कंपनियों के लिए एक नई पॉलिसी आ सकती है. ये पॉलिसी FAME नहीं होगी बल्कि नए नाम के साथ नई पॉलिसी आने की संभावना है.
पॉलिसी के जरिए इलेक्ट्रिक व्हीकल एडॉप्टेशन को बढ़ावा देने के लिए नई स्कीम को लाया जा सकता है. इसके अलावा इसी हफ्ते एलोएक्शन, नियमन, अन्य पॉइंट्स को फाइनल करने पर पीएमओ में बैठक हो सकती है. बताया जा रहा है कि इस पॉलिसी के लिए 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का बजट हो सकता है.
EV प्रमोशन पर फोकस
बता दें कि ये नई योजना लंबी अवधि के लिए हो सकती है. इस योजना में ईवी प्रमोशन और संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर फोकस किया जा सकता है. बता दें कि 30 सितंबर को मौजूदा EMPS यानी कि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम 2024 की अवधि समाप्त हो रही है.
भारी उद्योग मंत्री HD Kumaraswamy का कहना है कि विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध और EV ecosystem को बेहतर और विस्तृत करने के लिए फोकस है. उन्होंने आगे कहा कि हम सिर्फ EV को नहीं प्रमोट कर रहे बल्कि पूरे इकोसिस्टम का विस्तार कर रहे हैं. इसके अलावा चार्जिंग इंफ्रा, बैटरी स्वैपिंग, बैटरी प्रोडक्शन और रिसाइकिल पर भी फोकस किया जा सकता है.