LPG Cylinder: क्या आपने कभी सोचा है कि एपीजी सिलेंडर का रंग लाल ही क्यों होता है. हम में से शायद ये बात बहुत से लोगों को पता नहीं होगी की हर देश ने सिलेंडर का अपना एक रंग चुन रखा है. इसके साथ ही आपको बता दें कि हर रंग के सिलेंडर का अपना एक अलग मतलब होता है. तो चलिए आपको बताते हैं कि भारत में लगभग हर घर में खाना बनाने के  लिए उपयोग होने वाला एपीजी गैस का रंग लाल क्यों होता है. इसके साथ ही यह भी जानना जरूरी है कि कौन से देश ने कौन सा रंग चुना रखा है.

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घरेलू सिलेंडर का लाल रंग ही क्यों?

आमतौर पर घर में इस्तेमाल किया जाने वाले सिलेंडर लाल रंग के होते हैं.  भारत में सिलेंडर के लाल रंग की कोई खास वजह नहीं है. सिलेंडर के लाल रंग होने की वजह से इसे खतरे के निशान के तोर पर भी देखा जाता है. इसके साथ ही लाल रंग होने की वजह से इसे कहीं से भी आसानी से देखा जा सकता है. इस वजह से लाल रंग चुना गया ताकि आसानी से दूर से भी नजर आ जाए.

जाने क्या होती है एक्सपायरी डेट

सिलेंडर के ऊपरी हिस्से में A, B, C, D के साथ कोई संख्या लिखी होती है. सभी सिलिंडर में इंग्लिश के सिर्फ ये चार अक्षर ही इस्तेमाल होते हैं और ये महीने का सूचक होते हैं जिसका मतलब इस तरह से है...

A- सिलेंडर की एक्सपायरी डेट पहली तिमाही यानी जनवरी से लेकर मार्च तक

B- दूसरी तिमाही यानी अप्रैल से जून तक

C- तीसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर तक

D- चौथी तिमाही यानी अक्टूबर से दिसंबर तक

बाकी इसके साथ जो संख्या लिखी रहती है, वह साल को दिखाता है.

कितना होता है सिलेंडर का वजन  

भारत में मिलने वाले सिलेंडर का वजन 29.5 किलोग्राम होता है. बात खाली सिलेंडर की करें तो उसका वजन करीब 15. 3 किलो होता है. जिसमें 14. 2 किलो गैस भरा जाता है.

अलग देश में अलग रंग का LPG सिलेंडर

भारत -लाल रंग

चीन-हरा रंग

सिंगापुर और श्रीलंका- नीला रंग

पाकिस्तान और बांग्लादेश में- नारंगी रंग

थाईलैंड समेत कई देश-  ग्रे कलर

अमेरिका - भूरा रंग

ब्रिटेन-  मैरून रंग

अलग रंग के सिलेंडर में अलग गैस

सफेद रंग का सिलेंडर- ऑक्सीजन गैस

लाल रंग का सिलेंडर- एलपीजी

ग्रे कलर का सिलेंडर- में कार्बन डाइऑक्साइड

ब्राउन रंग के सिलेंडर- हीलियम गैस

नीले रंग के सिलेंडर -नाइट्रस ऑक्साइड

काले रंग के सिलेंडर- नाइट्रोजन गैस

जरुरी बातें...

-बहुत कम लोगों को पता होगा कि LPG के इन सिलेंडर में नीचे छेद होती है. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि उसमें जंग न लगें. फर्श की सफाई हो या फिर किसी और तरह से पानी के संपर्क में आने पर भी वह सुरक्षित रहता है.

- एलपीजी गैस में किसी तरह की कोई स्मेल नहीं होती है. इसलिए एलपीजी से स्मेल आने के लिए खासतौर पर इथाइल मरसेप्टेन को उसमें मिलाया जाता है. इसका फायदा यह होता है कि कभी सिलेंडर से रिसाव होने पर पता चल जाता है और समय रहते हुए हम किसी बड़ी दुर्घटना को टाल सकते हैं.

- सभी सिलेंडरों का आकार गोल होने के पीछे भी काफी वजह है. इसके पीछे की वजह यह है कि गोल होने की वजह से इसमें ज्यादा दबाव डाला जा सकता है. जब सिलेंडर में गैस या लिक्विड रखी जाती है तो उस पर दबाव बनाया जा सकता है.