IGI एयरपोर्ट पर बम की अफवाह फैलाने वाला शख्स गिरफ्तार, फेमस होने के लिए दी थी फर्जी धमकी
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर बम की धमकी मामले की जांच के बाद दिल्ली पुलिस ने एक आरोपी को अरेस्ट किया है. देशभर में शनिवार को 33 उड़ानों में बम रखे होने की धमकी मिली.
एयरलाइंस को बम धमकी मामले में शनिवार को एक और गिरफ्तारी हुई है. नई दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर बम की धमकी मामले की जांच के बाद दिल्ली पुलिस ने एक आरोपी को अरेस्ट किया है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि 25 और 26 अक्टूबर 2024 की आधी रात के दौरान, एक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से IGI हवाई अड्डे पर दो संदिग्ध और संभावित बम धमकी भरे मैसेज मिले थे. इन मैसेज पर तत्काल कार्रवाई की गई और मानक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया.
पकड़ा गया दिल्ली के उत्तम नगर निवासी 25 वर्षीय आरोपी
दिल्ली पुलिस के मुताबिक एसयूए एससीए अधिनियम 1982 और 351(4) बीएनएस की धारा 3(1)(डी) के तहत एफआईआर संख्या 833/24 के तहत तुरंत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई. जांच के दौरान, संदेशों का स्रोत दिल्ली के उत्तम नगर निवासी शुभम उपाध्याय के नाम पर पंजीकृत खाते से पता चला. मैन्युअल खुफिया जानकारी और तकनीकी निगरानी के आधार पर, राजापुरी, उत्तम नगर निवासी 25 वर्षीय आरोपी को पकड़ लिया गया.
अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए भेजी धमकी
दिल्ली पुलिस के मुताबिक पूछताछ करने पर, आरोपी ने टेलीविजन पर इसी तरह की समाचार रिपोर्ट देखने के बाद अपनी ओर ध्यान आकर्षित करने के प्रयास में संदेश भेजने की बात स्वीकार की. फिलहाल मामले में आगे की जांच जारी है. दिल्ली पुलिस ने कहा, 'हम जनता को आश्वस्त करते हैं कि सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय मौजूद हैं, और चिंता का कोई कारण नहीं है. हम सभी को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना अधिकारियों को देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.'
शनिवार को 33 उड़ानों में बम रखने की धमकी
देशभर में शनिवार को 33 उड़ानों में बम रखे होने की धमकी मिली. सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों के अनुसार, 13 दिनों में भारतीय विमानन कंपनियों द्वारा संचालित 300 से अधिक उड़ानों में बम रखे होने झूठी धमकियां मिली हैं. सूत्रों ने बताया कि अधिकांश धमकियां सोशल मीडिया के माध्यम से दी गईं. धमकियों के बीच, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंचों से कहा कि वे उचित सावधानी बरतें और आईटी नियमों के तहत निर्धारित समयसीमा के भीतर गलत सूचना तक पहुंच को तुरंत हटाएं.