Delhi mein barish kab hogi: दिल्ली और उससे सटे हुए इलाकों में गर्मी (Delhi weather forecast) काफी तेज है. लोगों का बारिश होने का इंतजार (when delhi will get rain) है. मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि इन इलाकों में अभी गर्मी और बनी रहेगी. दिल्ली में आज गर्मी लोगों को परेशान करने वाली है. यहां मॉनसून (Monsoon in Delhi) ने अब तक दस्तक नहीं दी है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दिन में लू चलने और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होगी. आज दोपहर 2 बजे दिल्ली में पारा 42 डिग्री के पार चला गया.

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बारिश के लिए करना पड़ सकता है पांच-छह दिनों का इंतजार

मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि दिल्ली में पांच-छह दिनों के बाद बारिश होने के आसार हो सकते हैं. दिल्ली से मॉनसून (Monsoon in Delhi news) फिलहाल रूठा है. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में मॉनसून दिल्ली में बारिश के साथ दस्तक दे सकता है. अगले पांच-छह दिनों में चल रही हवाओं के चलते दिल्ली में उमस से निजात मिल सकती है.

2021 में दिल्ली में कब-कब चली लू

खबर के मुताबिक, मॉनसून के नदारद रहने के साथ ही सोमवार को दिल्ली में पहली बार इस ग्रीष्मकाल में लू चली और तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह इस साल का अभी तक का सबसे ज्यादा तापमान था. लोधी रोड, रिज और पूसा इलाके में भीषण लू चली, जहां तापमान क्रमश: 42.6 डिग्री सेल्सियस, 43.4 डिग्री सेल्सियस और 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से सात डिग्री ज्यादा था. वहीं, नजफगढ़ में तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस, पीतमपुरा में 44.3 डिग्री सेल्सियस और मुंगेशपुर में 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इन स्थानों पर भी भीषण लू का प्रकोप था.

कब घोषित की जाती है लू

आईएमडी के मुताबिक, मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा या सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा होने पर ‘लू’ घोषित की जाती है. सामान्य से 6.5 डिग्री अधिक तापमान होने पर ‘भीषण’ लू की घोषणा की जाती है. श्रीवास्तव ने कहा, आम तौर पर राष्ट्रीय राजधानी में 20 जून तक लू चलती है और इसके बाद तापमान कम होने लगता है. इस बार मानसून की देरी की वजह से शायद तापमान बढ़ रहा है.

उत्तर पश्चिम भारत के एक बड़े हिस्से में गर्म पछुआ हवाएं 

पिछले तीन दिन से बारिश नहीं हुई है और उत्तर पश्चिम भारत के एक बड़े हिस्से में गर्म पछुआ हवाएं चल रही हैं, जहां अभी तक मॉनसून नहीं पहुंचा था. केरल में दो दिन देरी से पहुंचने के बाद, मॉनसून सामान्य से सात से 10 दिन पहले पूर्वी, मध्य और आसपास के उत्तर-पश्चिम भारत को कवर करते हुए पूरे देश में पहुंच गया था.

15 जून को मॉनसून के दिल्ली पहुंचने का था अनुमान

मौसम विभाग ने पूर्व में, 12 दिन पहले 15 जून को मॉनसून के दिल्ली पहुंचने का अनुमान लगाया था. हालांकि पछुआ हवाएं दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में इसे आगे बढ़ने को रोक रही हैं. आम तौर पर मॉनसून 27 जून को दिल्ली पहुंच जाता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है. आखिरी बार 2012 में सबसे देरी से 7 जुलाई को मॉनसून दिल्ली पहुंचा था.

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