CNG Price Hike: राजधानी दिल्ली में सीएनजी की कीमतों में इजाफा किया गया है. नई कीमतें 17 दिसंबर यानी आज सुबह से लागू कर दी गई है.  इस तरह सीएनजी की कीमत में 95 पैसे प्रति किलोग्राम का इजाफा हुआ है. इस समय दिल्ली एनसीआर में सीएनजी 78.61 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रही है. सीएनजी की कीमतों में पिछला बदलाव 8 अक्टूबर को हुआ था.

अक्टूबर में हुए थे सीएनजी कीमतों में बदलाव

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इससे पहले 8 अक्टूबर को सीएनजी की कीमतों में बदलाव किया गया था. आईजीएल के अनुसार 8 अक्टूबर को सीएनजी की कीमतों में 3 रुपये का इजाफा किया गया था. इसके बाद सीएनजी की कीमत 78.61 रुपये किलोग्राम हो गई थी जो पहले 75.61 रुपये किलोग्राम थी. 

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नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में सीएनजी की कीमत 82.12 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है जबकि गुरुग्राम में यह 87.89 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. दिल्ली और गुरुग्राम में सीएनजी की कीमतों में लगभग आठ रुपये का अंतर है. नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में संशोधित सीएनजी कीमत 82.12 रुपये प्रति किलोग्राम है.

CNG के नए दाम

  • दिल्ली में CNG की कीमत- 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम
  • नोएडा,ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में CNG की कीमत- 82.12 रुपये प्रति किलोग्राम
  • गुरुग्राम में CNG की कीमत- 87.89 रुपये प्रति किलोग्राम
  • रेवाड़ी में CNG की कीमत- 89.57 रुपये प्रति किलोग्राम
  • करनाल और कैथल में CNG की कीमत- 88.22 रुपये प्रति किलोग्राम
  • मुजफ्फरनगर, शामली और मेरठ में CNG की कीमत- 86.79 रुपये प्रति किलोग्राम
  • अजमेर, पाली और राजसमंद में CNG की कीमत- 89.83 रुपये प्रति किलोग्राम

जानें कब-कब बढ़ी कीमत

सात मार्च 2022 से अब तक यह 15वीं बार है, जब राजधानी में सीएनजी की कीमत बढ़ी हैं. इससे पहले मई 2021 में कीमत दो रुपये प्रति किलो बढ़ी थीं.सीएनजी की कीमतें मार्च से अब तक 23.55 रुपये प्रति किलो के करीब बढ़ चुकी हैं. अप्रैल 2021 से सीएनजी की कीमत 36.16 रुपये प्रति किलो यानी करीब 80 फीसदी बढ़ चुकी हैं. जनवरी 2022 में सीएनजी की कीमत 54.31 रुपये प्रति किलो थी.

कैसे तय होती है कीमत

भारत में उत्पादित गैस की कीमतें सरकार खुद तय करती है. एक साल में दो बार इसकी कीमतों में बदलाव किया जाता है. पहला बदलाव 31 मार्च को किया जाता है जबकि दूसरा बदलाव 30 सितंबर को किया जाता है. दामों में पहली बढ़ोत्तरी 1 अप्रैल से 30 सितंबर के बीच लागू की जाती है जबकि दूसरी बढ़ोत्तरी 1 अक्टूबर से 30 मार्च के बीच लागू की जाती है.