CNG के जीएसटी में आने तक एक्साइज ड्यूटी घटाए सरकार, किरीट पारिख समिति ने दिया सुझाव
CNG News: प्राकृतिक गैस की कीमत समीक्षा के लिए गठित पारिख समिति ने पिछले हफ्ते पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) को माल एवं सेवा कर (GST) के दायरे में लाया जाना चाहिए.
CNG News: किरीट पारिख समिति (kirit parikh committee) ने सीएनजी को जीएसटी के दायरे में लाए जाने तक इस पर लगाए जाने वाले केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती करने का सुझाव केंद्र सरकार को दिया है. प्राकृतिक गैस की कीमत समीक्षा के लिए गठित पारिख समिति ने पिछले हफ्ते पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) को माल एवं सेवा कर (GST) के दायरे में लाया जाना चाहिए. भाषा की खबर के मुताबिक, समिति ने रिपोर्ट में कहा है कि हमारा मत है कि इस मसले पर राज्यों के बीच सहमति बनाने की जरूरत है. इस मकसद को हासिल करने के लिए राज्यों को राजस्व में किसी भी तरह की क्षति के एवज में पांच साल तक मुआवजे का प्रावधान किया जा सकता है. सहमति बनाने की प्रक्रिया अब शुरू की जानी चाहिए.
सीएनजी पर फिलहाल लगते हैं ये शुल्क
खबर के मुताबिक, प्राकृतिक गैस के साथ कच्चे तेल, पेट्रोल, डीजल एवं विमान ईंधन एटीएफ को जुलाई, 2017 में जीएसटी व्यवस्था लागू होने के समय से ही इस एकीकृत कर प्रणाली (इंटीग्रेटेड टैक्स सिस्टम) से बाहर रखा गया है. हालांकि, सीएनजी पर पहले से लागू केंद्रीय उत्पाद शुल्क, राज्य वैट कर और केंद्रीय बिक्री टैक्स अब भी बरकरार हैं. केंद्र सरकार सीएनजी पर 14 प्रतिशत की दर से उत्पाद शुल्क वसूलती है जबकि राज्यों में इस पर 24.5 प्रतिशत तक मूल्यवर्द्धित कर (वैट) लगा हुआ है.
समिति ने राज्यों को दिया ये सुझाव
पारिख समिति (kirit parikh committee) सीएनजी को भी जीएसटी (GST) के दायरे में लाने के पक्ष में है लेकिन इसके लिए राज्यों की सहमति लेनी जरूरी होगी. गुजरात जैसे गैस-उत्पादक राज्यों को यह डर सता रहा है कि वैट और दूसरे शुल्कों को जीएसटी में समाहित कर दिए जाने पर उन्हें राजस्व का बड़ा नुकसान हो सकता है. इस आशंका को दूर करने के लिए समिति ने सुझाव दिया है कि जीएसटी में सीएनजी (CNG)को लाए जाने तक सरकार केंद्रीय उत्पाद शुल्क की दर में कटौती कर सकती है ताकि उपभोक्ताओं पर प्राकृतिक गैस की ऊंची कीमतों के बोझ को कम किया जा सके.
सीएनजी की कीमत
दरअसल, सीएनजी को जीएसटी (GST) के दायरे में नहीं रखने से प्राकृतिक गैस कीमतों पर उल्टा असर पड़ रहा है. इसकी वजह यह है कि कीमतों का निर्धारण गैस उत्पादक और सप्लायर ही करते हैं. किरीट पारीख समिति ने सीएनजी की कीमतों (cng price in delhi today) में कमी लाने के लिए घरेलू स्तर पर उत्पादित गैस के लिए एक न्यूनतम और अधिकतम मूल्य तय करने का सुझाव भी सरकार को दिया है. दिल्ली में एक किलोग्राम सीएनजी की कीमत (CNG Price) 6 दिसंबर को 78.61 रुपये है.
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