नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं इस पर हर किसी को बहस करते देखा जा सकता है. 2019 में होने वाले आम चुनाव पर सबकी नजरें रहेंगी. लेकिन, पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं. शेयर मार्केट के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला के बाद इंफोसिस के सह-संस्थापक ने नरेंद्र मोदी के दोबारा PM बनाने की उम्मीद जताई. लेकिन, इस फेहरिस्त में एक और शख्स ने दावा किया है कि 2019 में मोदी ही पीएम बनेंगे. हालांकि, उनका मानना है कि उनकी पार्टी को सीटों का नुकसान होगा.

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नरेंद्र मोदी के PM बनने का पूरा भरोसा

दुनिया के बड़े ब्रोकरेज हाउस सीएलएसए (CLSA) के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट क्रिस्टोफर वुड का कहना है कि अगले साल होने वाले आम चुनाव में नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे. अंग्रेजी बिजनेस चैनल्स CNBC TV18 और ईटी नाउ को दिए इंटरव्यू में क्रिस्टोफर वुड ने कहा कि वह भारत में संभावनाओं पर बेहद उत्साही हैं. उन्होंने कहा कि वह शर्तिया तौर पर कह सकते हैं नरेंद्र मोदी ही आने वाले चुनाव में पीएम चुनकर आएंगे. उन्होंने कहा "मैं अपने आधार पर कह सकता हूं कि मोदी सरकार को बहुमत से थोड़ी कम सीटें मिलेंगी. लेकिन, पीएम मोदी ही बनेंगे. मैं अगले साल की शुरुआत में अपनी रेटिंग बढ़ाने की सोच रहा हूं."

मोदी सरकार को दी रेटिंग

क्रिस वुड अपने साप्ताहिक न्यूजलेटर ‘ग्रीड एंड फियर’ के लिए भी जाने जाते हैं. CLSA की 21वीं इंडिया इन्वेस्टर कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए क्रिस्टोफर वुड ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले कुछ समय में अच्छा काम किया है. इस आधार पर मैं उन्हें 10 में से 8 नंबर देना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि उनकी 10 से 8 देने के पीछे का कारण है कि मोदी सरकार बैंक की समस्याओं को जल्दी नहीं भांप सकी. उन्होंने कहा कि 2018 के पहले आठ महीने में भारत ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है. हालांकि, IL&FS के डिफॉल्ट के चलते उसकी रेटिंग घटाकर AAA की गई है. 

मार्च तक साफ होगी 2019 की तस्वीर

CLSA के क्रिस्टोफर वुड ने कहा कि राज्यों में हो रहे चुनावों के नतीजों से 2019 के चुनाव का कोई खास अंदाजा नहीं लगेगा. अगले जनवरी से मार्च तिमाही के बीच असली स्थिति स्पष्ट होगी. क्रिस्टोफर वुड लंबे समय से नरेंद्र मोदी सरकार और उनकी नीतियों के समर्थक हैं. 

नोटबंदी एक साहसिक कदम था

CLSA के क्रिस्टोफर वुड ने कहा कि नोटबंदी बेहद साहसिक कदम था, बेहद बहादुरी भरा. बैंकरप्ट्सी कोड भी बड़ी बात है, यह बहुत बड़ा सुधार है. उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी भी कर दी, हालांकि उन्होंने माना कि पार्टी को थोड़ा कम बहुमत हासिल होगा.

भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चिंता

क्रिस्टोफर वुड के मुताबिक, IL&FS संकट बड़ी समस्या है. कुछ बैंकों की दिक्कतों ने साबित किया कि वह घरेलू शेयर बाजार के लिए बड़ी समस्या हैं. इसके अलावा डॉलर का मजबूता होना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चिंता की बात है. हालांकि, कच्चे तेल के गिरने से रुपए में मजबूती लौटी है.

बाजार के लिए क्या है खतरा

क्रिस्टोफर वुड ने 2019 में होने वाले चुनाव और उसके नतीजे भारतीय शेयर बाजारों को प्रभावित नहीं करेंगे. नतीजा कुछ भी हो बाजार संभल जाएगा. लेकिन, बाजार के लिए इस वक्त सबसे बड़ा खतरा तेल के दाम हैं. कच्चा तेल अगर ऊपर की ओर बढ़ता है तो बाजार को संभालना मुश्किल हो सकता है.