Heatwave: गर्मी के मौसम से पहले कुछ स्थानों पर तापमान में असामान्य बढ़ोतरी के बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को गर्मी से निपटने के लिए अलर्ट जारी किया है. ऐसा पहली बार हुआ है कि फरवरी के महीने में भीषण गर्मी से बचने के लिए सरकार को एडवाइजरी जारी करनी पड़े. 

1 मार्च से गर्मी से होने वाली बीमारियों का डाटा दर्ज होगा 

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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि 1 मार्च 2023 से ही गर्मी से होने वाली बीमारियों, तेज गर्मी का शिकार हो रहे मरीजों और  हीटवेव से होने वाली मौतों का आंकड़ा दर्ज करना शुरू कर दें. क्लाइमेट चेंज पर सरकार ने डाटा दर्ज करना शुरू किया.

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चिट्ठी में कहा गया है कि भारत के कई हिस्सों में अभी से ही सामान्य तरीके से तापमान बढ़ गया है. ऐसे में सरकार के नेशनल क्लाइमेट चेंज प्रोग्राम के मद्देनजर डाटा इकट्ठा किया जाए, कि किस राज्य और किस जिले में कितने लोग गर्मी के शिकार होकर बीमार पड़ रहे हैं, या फिर जान गवां सकते हैं.

अस्पतालों को दवाओं  का स्टॉक रखने के निर्देश

उसके अलावा अस्पतालों से कहा गया है कि गर्मी से होने वाली बीमारियों को देखते हुए जरूरी दवाओं का स्टॉक, ओआरएस के पाउच, और बाकी सामानों को अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में इकट्ठा कर लिया जाए. गर्मी से होने वाली बीमारियों की सर्विलांस देशभर में करने के लिए कहा गया है.

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हेल्पलाइन जारी

सरकार ने गर्मी से बचने के लिए आम लोगों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है और दोपहर 12:00 से 3:00 तक बाहर ना निकलने की ताकीद की है. एडवाइजरी में हेल्पलाइन नंबर 108 और 102 भी जारी किए गए हैं ताकि किसी भी इमरजेंसी हालात में इन नंबरों पर संपर्क किया जा सके.

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