Badrinath Dham Yatra 2023: बदरीनाथ धाम में कपाट खुलने की तिथि तय हो गई है. गुरुवार को नरेंद्र नगर में बसंत पंचमी के अवसर के मौके पर भगवान बद्री विशाल के कपाट खेलने का मुहूर्त तय किया गया. इस साल 27 अप्रैल को प्रात: 7:10 पर गुरु पुष्य योग में श्रद्धालओं के लिए कपाट खोले जाएंगे. बद्री विशाल का तेल कलश तिलों का तेल 12 अप्रैल को टिहरी नरेश के राज दरबार नरेंद्र नगर में पिरोया जाएगा और शोभा यात्रा प्रारंभ होगी. राजमहल नरेंद्र नगर में आयोजित धार्मिक समारोह में कपाट खुलने की घोषणा की गई.

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बद्री-केदार मंदिर समिति (Badri-Kedar Temple Committee) ने कहा कि नरेंद्र नगर के शाही दरबार में 'बसंत पंचमी' के शुभ अवसर पर, बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट खोलने की तारीखें कैलेंडर का अध्ययन करने के बाद तय की गईं, जिसे 'पंचांग गढ़ना' भी कहा जाता है.

पूरे रीति-रिवाज से खोले जाएंगे कपाट

समिति ने बताया कि उचित रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ गेट खोले जाएंगे. सूत्रों ने पुष्टि की कि शाही टिहरी परिवार के कई लोग, बद्री-केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में श्रद्धालु 'बसंत पंचमी' के उत्सव के लिए उपस्थित थे.

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सर्दियों में बंद हो जाते हैं मंदिर के कपाट

अलकनंदा नदी के किनारे चमोली जिले में गढ़वाल पहाड़ी की पटरियों पर स्थित, बद्रीनाथ मंदिर (Badrinath Temple) भगवान विष्णु को समर्पित है. बद्रीनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल में बंद कर दिए जाते हैं.

चार धाम में शामिल है बदरी-विशाल मंदिर

यह तीर्थ चार प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक है जिसे 'चार धाम' कहा जाता है जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ भी शामिल हैं. यह उत्तराखंड के बद्रीनाथ शहर में स्थित है. यह हर साल छह महीने (अप्रैल के अंत और नवंबर की शुरुआत के बीच) के लिए खुला रहता है. पिछले हफ्ते प्रेस से बात करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि चार धाम यात्रा अगले चार महीनों में शुरू होगी.