लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं आनंद महिंद्रा, जानें दिग्गज उद्योगपति का ऑपिनियन
महिंद्रा ने अपने ट्वीट में कहा कि, मेरे एक साथी ने सच ही कहा है कि हमें कोरोनावायरस के साथ ही रहना होगा. यह (वायरस) टूरिस्ट वीजा पर किसी आखिरी तारीख तक के लिए नहीं आया है.
लॉकडाउन (Lockdown) को आगे बढ़ाया जाए या नहीं, फिलहाल सरकार इसपर गंभीरता से विचार कर रही है. कोरोनावायरस महामारी के चलते पिछले 48-49 दिनों से जारी लॉकडाउन में इकोनॉमी को फोकस करते हुए देश के दिग्गज उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि अगर लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाता है तो यह इकोनॉमी के लिए आत्मघाती साबित हो सकता है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि अगर इसे आगे बढ़ाया जाता है तो इसका असर निचले तबके के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है.
देश के जाने-माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने ट्वीट (Tweet) में कहा कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाना 'आर्थिक हारा-किरी' यानी इकोनॉमी के लिए आत्मघाती साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि ज्यादा टेस्ट के साथ महामारी में बढ़ोतरी रोकना बहुत मुश्किल होगा. दूसरे देशों के मुकाबले भारत में आबादी को देखते हुए हम आसानी से ग्राफ के फ्लैट होने की उम्मीद नहीं कर सकते.
हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि लॉकडाउन से हमें मदद नहीं मिली है. भारत ने अपनी सामूहिक लड़ाई में लाखों मौतों को टाल दिया है. भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर मृत्यु की दर 1.4 है, जबकि, दुनिया में 35 प्रतिशत और अमेरिका में तो यह 228 प्रतिशत की दर से है.
महिंद्रा ने अपने ट्वीट में कहा कि, मेरे एक साथी ने सच ही कहा है कि हमें कोरोनावायरस के साथ ही रहना होगा. यह (वायरस) टूरिस्ट वीजा पर किसी आखिरी तारीख तक के लिए नहीं आया है. आनंद महिंद्रा काफी समय से लॉकडाउन खोलने की वकालत कर रहे हैं और इसके पहले भी वे कई ट्वीट कर यह कह चुके हैं, कि ऑफिस जाकर काम करना वर्क फ्रॉम होम से कहीं बेहतर है.
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लॉकडाउन का तीसरा फेज 4 मई से 17 मई तक लागू है. लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा किया है और इस बारे में सुझाव मांगे हैं कि कैसे और अधिक आर्थिक गतिविधियां चलाई जा सकती हैं.