भारत में हर साल लगभग 6 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे चले जाते हैं. वहीं यदि घंटों की बात करें तो लगभग 7000 हजार लोग हर घंटे गरीबी रेखा से नीचे चले जाते हैं. लोगों के गरीबी रेखा के नीचे जाने की सबसे बड़ा कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर होने वाला खर्च है. यह जानकारी भारत सरकार की आयुषमान भारत योजना व प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के CEO इंदु भूषण ने शनिवार को गोवा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही.

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23 सितम्बर को शुरु हुई है आयुषमान भारत योजना

भारत सरकार की ओर से आयुषमान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत 23 सितम्बर को की है. यह दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ केयर स्कीम है. इस योजना से देश के लगभग 50 करोड़ लोगों को फायदा मिलने की उममीद जताई जा रही है.

गरीबी घटाने में मदद करेगी ये योजना

आयुषमान भारत योजना के CEO ने कहा कि भारत सरकार की ये योजना देश में गरीबी घटाने में काफी मदद करेगी. उन्होंने कहा कि ये दुरभाग्य है कि देश में आजादी के 70 साल बाद भी 70 मात्र 30 फीसदी स्वास्थ्य सुविधाएं ही पब्लिक सेक्टर में उपलब्ध हैं. 70 फीसदी स्वास्थ्य सेवाएं निजी हाथों में जो हर सेवा के लिए मोटा शुल्क वसूलती हैं.

देश के लोगों को नहीं मिल पा रही है बेहतर चिकित्सीय सेवा

उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि दुनिया भर से लोग बेहतर चिकित्सीय सुविधा के लिए भारत आ रहे हैं. यहां उन्हें सस्ते में बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं मिल भी रहीं हैं. लेकिन देश के नागरिकों को यह सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं.