Vibrant Gujarat: गुजरात के भरूच में आयोजित प्री-वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट कार्यक्रम में कुल 67,000 रुपये की निवेश क्षमता वाले 11 समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए. 'फ्यूचरकेम गुजरात: शेपिंग टुमॉरो केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स इंडस्ट्री' नामक यह कार्यक्रम भविष्य की पहलों पर चर्चा करने के लिए नीति निर्माताओं, चिकित्सकों और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षाविदों को एक छतरी के नीचे लेकर आया है.

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न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल (Bhupendra Patel) ने कहा, जिस तरह से गुजरात में पेट्रोल और केमिकल का कारोबार हो रहा है, उससे गुजरात इस उद्योग का केंद्र बनने की ओर बढ़ रहा है. इसलिए आज इस उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए 67 हजार करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं. यह आयोजन विशेष रूप से राज्य के पेट्रोकेमिकल सेक्टर पर केंद्रित है. भारत के रसायन और पेट्रोकेमिकल निर्यात में सबसे अधिक हिस्सेदारी रखते हुए गुजरात विशेष रसायनों के लिए देश के केंद्र के रूप में उभर रहा है.

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पीएम मोदी ने अपनी राजनीति से देश और गुजरात को बदला

मुख्यमंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने विकास की अपनी राजनीति से देश और गुजरात को बदल दिया है. गुजरात की डबल इंजन सरकार को पिछले दो दशकों से पीएम मोदी के विजन का लाभ मिल रहा है. 2024 में हम 'गेटवे टू द फ्यूचर' (Gateway to the Future) के विषय के साथ वाइब्रेंट समिट का आयोजन कर रहे हैं. केमिकल और पेट्रोकेमिकल उन सेक्टर्स में से एक है जो सतत आद्योगिक विकास को आगे ले जाते है.

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया है कि गुजरात में औद्योगिक विकास होना चाहिए. इसके तहत केमिकल और पेट्रोकेमिकल क्षेत्र को भी बढ़ावा दिया जा रहा है क्योंकि भारत दुनिया के पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में छठे स्थान पर है.