डीजल की कीमतों को ले कर आंदोलन की तैयारी में हैं ट्रांस्पोटर्स
डीजल की आसमान छूती कीमतों का ट्रांस्पोर्ट इंडस्ट्री पर विपरीत असर पड़ा है. ऐसे में देश भर के ट्रांस्पोटर्स के संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांस्पोर्ट कांग्रेस की ओर से इन बढ़ती कीमतों के विरोध में देशव्यापी आंदोलन की तैयारी की जा रही है. इस संबंध में देश भर मे मोटर ट्रांस्पोर्ट मालिकों की एक बैठक 21 सितम्बर को दिल्ली में बुलाई गई है. यहां आंदोलन की आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.
60 फीसदी है डीजल की लागत
आल इंडिया मोटर ट्रांस्पोर्ट कांग्रेस के महासचिव नवीन कुमार गुप्ता ने बताया कि ट्रांस्पोर्ट उद्योग में 60 फीसदी लागत डीलज की होती है. ऐसे में डीजल के दामों में लगातार वृद्धि से ट्रांस्पोटर्स के लिए काम करना काफी मुश्किल हो गया है. ऐसे में संगठन की ओर से सरकार को भी पत्र लिख कर कदम उठाने की मांग की गई है. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय में टोल, इंश्योरेंस, टायर आदि के दाम बढ़ने से दामों में काफी वृद्धि हुई है. ऐसे में ट्रांस्पोटर्स की लागत काफी बढ़ गई है जबिक किराए अब भी 2010 की दरों पर ही लिए जा रहे हैं. दामों को बढ़ाया जा पाना भी संभव नहीं है क्योंकि दाम मांग और सप्लाई पर निर्भर करते हैं और वर्तमान समय में मांग काफी कम है.
तीन महीने में बदलें तेल के दाम
गुप्ता ने कहा कि तेल कंपनियां भी विदेशों से जो तेल आयात करती हैं उसकी कीमत का कांट्रेक्ट हर तीन महीने में होता है. ऐसे में सरकार को कम से कम तीन महीने के पहले तेल के दामों में परिवर्तन नहीं करना चाहिए. देश में रोज तेल के दाम बदलने से कारोबारियों को लिए काम करना काफी मुश्किल हो गया है.