पर्यटन क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि मध्यम वर्ग को आयकर में दी गई छूट सहित अंतरिम बजट में किये गए विभिन्न प्रावधानों से यात्रा और पर्यटन उद्योग को फायदा होगा. एफसीएम ट्रेवल सॉल्यूशन्स के प्रबंध निदेशक रक्षित देसाई ने कहा, “कुल-मिलाकर मध्यम आय वर्ग का कर में दी गई छूट से पर्यटन उद्योग को फायदा होगा क्योंकि अधिक बचत, अधिक यात्रा.” 

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लोग छुट्टियों पर अधिक खर्च करेंगे

इजमाई ट्रिप के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) निशांत पिट्टी ने भी कुछ इसी प्रकार की राय देते हुए कहा कि बजट में भारतीय पर्यटन और यात्रा उद्योग के लिए सकारात्मक पहल की गई है. आयकर में छूट पर ध्यान देने से मध्यम वर्ग को राहत मिली है और अब वे छुट्टियों पर अधिक रुपये खर्च कर सकते हैं. सरकार ने शुक्रवार को पेश अंतरिम बजट में वित्त वर्ष 2019-20 में पर्यटन मंत्रालय के लिए आवंटन को बढ़ाकर 2,189.22 करोड़ रुपये कर दिया.

खर्च लायक आमदनी बढ़ेगी

रॉयल ऑर्चिड होटल के प्रबंध निदेशक चंदर बाल्जी ने कहा, “समाज के मध्यम और निचले तबके के लिए आयकर में छूट से लोगों की खर्च लायक आमदनी बढ़ेगी. इससे उपभोक्ता आधारित उद्योगों की मांग बढ़ेगी.” कॉक्स एंड किंग समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पीटर केरकर ने कहा कि कर में छूट देने से लोगों की बचत और व्यय क्षमता बढ़ेगी. इससे यात्रा और पर्यटन उद्योग को भी फायदा हो सकता है.

 

फोटो साभार - पिक्साबे

थॉमस कुक इंडिया के कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) महेश अय्यर ने कहा, “2019 के अंतरिम बजट में हालांकि, सीधे तौर पर पर्यटन और यात्रा क्षेत्र का उल्लेख नहीं किया गया है लेकिन मध्यम वर्ग को कर में छूट दिए जाने से लोगों की खर्च वाली आय बढ़ेगी और यह यात्रा एवं पर्यटन क्षेत्र के लिए एक मौका होगा.”

(इनपुट एजेंसी से)