RBI MPC Meeting 2023: आम लोगों को राहत! नहीं बढ़ाई रेपो रेट, जानिए मॉनिटरी पॉलिसी की 10 बड़ी बातें
RBI MPC Meeting 2023: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है और अभी भी रेपो रेट 6.5 फीसदी की दर पर स्थिर है. बता दें कि MPC के सभी सदस्य दरें बढ़ाने के पक्ष में नहीं थे.
RBI MPC की 10 बड़ी बातें
RBI MPC की 10 बड़ी बातें
RBI MPC Meeting 2023: भारतीय रिजर्व बैंक ने आज आम लोगों को बड़ी राहत दी है. भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव ना करके आम लोगों को महंगाई के मोर्चे पर बड़ी राहत दी है. बता दें कि आज केंद्रीय बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी में इस बात का ऐलान किया गया है. 4 अप्रैल से भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी चालू है और 6 अप्रैल को इस पॉलिसी को लेकर बड़े ऐलान किए गए हैं. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है और अभी भी रेपो रेट 6.5 फीसदी की दर पर स्थिर है. बता दें कि MPC के सभी सदस्य दरें बढ़ाने के पक्ष में नहीं थे और MPC के 6 में से 5 सदस्य अकोमोडेटिव रुख वापस लेने के पक्ष में थे. भारतीय रिजर्व बैंक ने फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत में ग्राहकों को राहत देते हुए रेपो रेट को नहीं बदला है.
RBI MPC Meeting की 10 बड़ी बातें
- RBI ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया
- RBI ने रेपो रेट 6.5% पर स्थिर रखा
- MPC के सदस्यों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया
- ब्याज दरें आगे स्थिति देखकर तय होंगी
- 6 में से 5 सदस्य अकोमोडेटिव रुख वापसी के पक्ष में
- महंगाई अभी भी हमारे लक्ष्य से ज्यादा है
- FY24 GDP अनुमान 6.4% से बढ़ाकर 6.5%
- FY24 का CPI महंगाई दर अनुमान 5.3% से घटाकर 5.2%
- इकोनॉमी की जरूरत के मुताबिक लिक्विडिटी मैनेजमेंट करते रहेंगे
- करेंट अकाउंट घाटा काबू में रहने की उम्मीद
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FY24 में CPI 5.3% से घटकर 5.2% संभव
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RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 24 में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स 5.3 फीसदी से घटकर 5.2 फीसदी हो सकती है. वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में CPI बेस्ड महंगाई 5 फीसदी से बढ़कर 5.1 फीसदी हो सकती है. इसके अलावा दूसरी तिमाही में CPI 5.4% हो सकती है और FY24 की चौथी तिमाही में CPI 5.6% से घटाकर 5.2% हो सकती है. बता दें कि वैश्विक बाजार में वित्तीय स्थिरता अभी भी चुनौती बनी हुई है. वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने जीडीपी ग्रोथ को 6.5 फीसदी रहने की संभावना जताई है. इसके अलावा FY24 की पहली तिमाही में रियल GDP ग्रोथ 7.8% हो सकती है और FY24 की तीसरी तिमाही में रियल GDP ग्रोथ 5.9% हो सकती है.
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लिक्विडिटी के मैनेजमेंट पर बैंक की नजर
भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बैंक की नजर लिक्विडिटी मैनेजमेंट पर बनी हुई है. रुपए की स्थिरता के लिए भारतीय रिजर्व बैंक लगातार प्रयास कर रहा है और कंपनियों को कैपिटल बफर बनाने की सलाह दी है. इसके अलावा आरबीआई ने ये भी कहा कि हाल के वर्षों में निगरानी व्यवस्था मजबूत हुई. इसके अलावा देश में बैंकों की स्थिति काफी मजबूत है.
इसके अलावा FY23 के अप्रैल-दिसंबर में चालू खाता घाटा GDP का 2.7 फीसदी रहा है. बैंक ने यूपीआई को लेकर भी बड़ा ऐलान किया है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि UPI के जरिये पहले से मंजूर क्रेडिट लाइन को मंजूरी देंगे.
11:06 AM IST