प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तमाम सेक्टर्स की ग्रोथ और लांग टर्म प्लानिंग के तहत 21 दिसंबर को अहम बैठक करेंगे. इसके बाद 15 दिन बाद 4 जनवरी को PM मोदी की अध्यक्षता में ग्रुप सेक्रेटरीज के साथ अहम बैठक है. सूत्रों की मानें तो 21 दिसंबर की बैठक में सभी कैबिनेट मंत्री और कौंसिल मिनिस्टर्स भी मौजूद रहेंगे.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सूत्रों के मुताबिक ग्रुप सेक्रेटरीज पीएम मोदी और कैबिनेट सचिव के सामने सेक्टर स्पेसिफिक प्रजेंटेशन देंगे और साथ ही अगले 5 साल का रोडमैप भी पेश करेंगे. आपको बता दें कि इंफ्रा सेक्टर में कमज़ोर निजी निवेश पर पीएमओ पहले से ही अपनी नाखुशी और नाराज़गी जाता चुका है. सूत्रों के मुताबिक इंफ्रा सेक्टर की सुस्त ग्रोथ पर पीएम मोदी ने चिंता जताई है.

इंफ्रा सेक्टर में निवेश बढ़ाने और ग्रोथ ट्रैक पर लाने के मकसद से भी 21 दिसंबर को पीएमओ में अहम बैठक है. पीएम मोदी की अध्यक्षता में 21 दिसंबर को पीएमओ में इंफ्रा सेक्टर पर निवेश को लेकर काफी जोर रहने वाला है.

इंफ्रा सेक्टर से जुड़े सभी मंत्री मसलन नितिन गडकरी (Road Transport),  प्रकाश जावड़ेकर(अतिरिक्त प्रभार - Heavy Industry), पीयूष गोयल (Commerce Ministry) हरदीप सिंह पूरी (Urban Development Ministry) मौजूद होंगे् सभी मंत्रियोंको पहले से ही निवेश बढ़ाने को लेकर रोडमैप तैयार कर लाने के लिए कहा जा चुका है.

मंत्रियों के साथ सभी इंफ्रा संबंधित मंत्रालयों के सेक्रेट्री (सचिव), उच्च अधिकारी और नीति आयोग के अधिकारी भी शामिल होंगे. सरकार का मत है कि इंफ्रा से सेक्टर में ग्रोथ के जरिए रोजगार बढ़ेगा और साथ कि देश की इकोनॉमी को ज़रूरी ग्रोथ या बूस्ट भी मिलेगा.

सराकर अगले 5 साल में इंफ्रा सेक्टर में 100 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है. सरकार इंफ्रा सेक्टर में पोर्ट्स, रोड हाईवे, रेलवे, एयरपोर्ट या एविएशन विस्तार में निवेश बढ़ाने की योजना है.