सरकार ने CNG-PNG पर लिया बड़ा फैसला, महंगी LNG के आयात में आएगी कमी, विदेशी मुद्रा की होगी बचत
CNG-PNG: सरकार ने सीएनजी (CNG) और पीएनजी (PNG) की श्रेणी में शहरी गैस वितरण क्षेत्र में कंप्रेस बायो-गैस (CBG के स्टेप-वाइज अनिवार्य ब्लेंडिंग की शुरुआत की घोषणा की है.
CNG-PNG: केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री की अध्यक्षता में नेशनल बायोफ्यूल्स कोऑर्डिनेशन कमिटी ने सीएनजी (CNG) और पीएनजी (PNG) की श्रेणी में शहरी गैस वितरण क्षेत्र में कंप्रेस बायो-गैस (CBG के स्टेप-वाइज अनिवार्य ब्लेंडिंग की शुरुआत की घोषणा की है. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इस फैसले से लगभग 37,500 करोड़ रुपये के निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा और 2028-29 तक 750 सीबीजी परियोजनाओं की स्थापना संभव होगी.
मुख्य उद्देश्य सीबीजी की मांग को प्रोत्साहित करना है जिससे महंगी लिक्विड नेचुरल गैस (LNG) के आयात में कमी आएगी और नेट जीरो एमिशन के लक्ष्य को प्राप्त करते हुए विदेशी मुद्रा की बचत होगी. यह फैसला लिया गया है कि सीबीजी ब्लेंडिंग दायित्व वित्तीय वर्ष 2024-2025 तक स्वैच्छिक होगा और अनिवार्य ब्लेंडिंग दायित्व 2025-26 से शुरू होगा.
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वित्त वर्ष 2025-26, 2026-27 और 2027-28 के लिए सीबीजी ब्लेंडिंग दायित्व कुल सीएनजी/पीएनजी खपत का क्रमशः 1%, 3% और 4% रखा जाएगा. वर्ष 2028-29 से सीबीजी ब्लेंडिंग दायित्व 5% होगा. एक केंद्रीय भंडार निकाय (CRB) पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री द्वारा अनुमोदित परिचालन दिशानिर्देशों के आधार पर ब्लेंडिंग अधिदेश की निगरानी और कार्यान्वयन करेगा.
मक्का से एथेनॉल के उत्पादन को बढ़ावा
मक्का से एथेनॉल (Ethanol) के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सभी हितधारकों, विशेषकर कृषि विभाग और खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) के साथ आने वाले वर्षों में इसे एक प्रमुख फीडस्टॉक बनाने पर भी चर्चा हुई. चर्चा की गई कि पिछले कुछ वर्षों में मक्के की खेती का क्षेत्रफल, प्रति हेक्टेयर उपज और उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है.
कृषि विभाग और डीएफपीडी के परामर्श से इस मंत्रालय द्वारा उच्च स्टार्च उपज देने वाली किस्मों को विकसित करने, एफ्लाटॉक्सिन को हटाकर मक्का डीडीजीएस (सूखे डिस्टिलर्स ग्रेन सॉलिड्स) की गुणवत्ता में सुधार करने, उच्च स्टार्च के साथ नई बीज किस्मों के तेजी से पंजीकरण के लिए काम शुरू किया गया है.